MP के ग्रामीण इलाकों में नलकूप से घर घर पहुंचेगा पानी, 184 गांव में कार्य पूरा
MP News : जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था पर समीक्षा बैठक हुई। इसमें अधिकारियों ने बताया कि 329 में से 184 गांवों में काम पूरा हो गया है, लेकिन पाटी व निवाली क्षेत्र में ग्रामीणों को अभी भी पानी की कमी है। यहां लोग पानी से परेशान हैं। इसके बारे में कई शिकायतें भी की गईं, लेकिन इसका कोई समाधान नहीं हुआ।
MP Jal Jivan mission : पीएचई के कार्यपालन यंत्री आरएस चौहान ने बैठक में बताया कि जिले के 702 गांवों में से 329 गांवों में जल जीवन मिशन के लिए 452.91 करोड़ रुपए की प्रशासकीय अनुमति मिली है। स्वीकृत योजनाओं में से 184 गांवों में काम पूरा हुआ है और 145 गांवों में काम जारी है। मध्य प्रदेश जल निगम के महाप्रबंधक को जल निगम की गतिविधियों की जानकारी दी गई। जिले में मप्र जल निगम मर्यादित भोपाल द्वारा दो समूह योजनाओं की लागत 1909.65 करोड़ रुपए है।
682 गांवों में घरेलू नलकूपों को चालू करना है। MP जल निगम की दो योजनाओं, सेगवाल-1 और सेगवाल-2, अभी कार्यरत हैं। इनके माध्यम से जिले के ग्रामीण इलाकों में निवासियों को घरेलू नलकूपों के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा, साथ ही जल जीवन मिशन द्वारा अतंर्गत लागू की गई कुछ ग्राम योजनाओं में बल्क वाटर का उपयोग किया जाएगा।
क्रियाशील घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से 682 गांवों में काम किया जाना है। मप्र जल निगम की 2 योजनाओं सेगवाल-1 व सेगवाल-2 के कार्य प्रगतिरत है। इनके माध्यम से जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों को घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम व जल जीवन मिशन अतंर्गत क्रियान्वित की गई एकल ग्राम योजनाओं में बल्क वाटर के माध्यम से पेयजल प्रदाय किया जाना प्रस्तावित है।
झिरी से पानी भरते
जिले के निवाली ब्लॉक में लोगों को पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। ब्लॉक के कानपुरी, राई, भुलगांव में सबसे अधिक पानी की समस्या है। यहां के रहवासियों ने बताया कानपुरी में ब्लॉक का सबसे बड़ा तालाब है, जो गर्मी के कारण सूख चुका है। ऐसे में यहां के ग्रामीणों को कानपुरी के पटेल फलिया में झिरी में से एक-एक बर्तन में पानी भरना पड़ रहा है। इन गांवों में जल जीवन मिशन के तहत पाइप लाइन डाली गई है लेकिन यहां पर पानी का सप्लाय नहीं हो रहा है।
इससे लोग परेशान है। इसी प्रकार निवाली नगर के सुनील सोनी व मंशाराम अलावा ने बताया खेतिया रोड पर पीने के पानी को लेकर लोग भटक रहे हैं। यहां पर नल जल योजना के तहत 1 करोड़ 14 लाख रुपए से स्वीकृत मिली थी, जिसका आज तक कोई काम नहीं हुआ। इसे लेकर रहवासियों ने सीएम हेल्प लाइन पर भी शिकायत की लेकिन कोई निराकरण नहीं किया गया। यहां पर सालों से पानी को लेकर लोग परेशान हो रहे हैं।
पेयजल व्यवस्था
बैठक में कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ ने कहा गर्मी में ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था के लिए स्थापित विभागीय हैंडपंपों की चालू-बंद की स्थिति व गांवों में नल जल योजनाओं के कार्यों की विकासखंड वार समीक्षा की गई। जिला पंचायत सीईओ ने कहा गमीं में विभागीय हैंडपंपों को चालू बनाए रखने के लिए मैदानी अमला पूर्ण सक्रियता से कार्य करें।
ठेकेदार पर होगी कार्यवाही
नल जल योजना कार्य अंतर्गत जिन ठेकेदार के नाम काली सूची में डाले गए है। यदि वर्तमान में भी उनके द्वारा लापरवाही बरती जा रही है या किसी फर्म द्वारा कार्य नहीं किया जा रहा है। तो उन ठेकेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए भेजा जाए। जिन नल जल योजना के कार्य बिजली कनेक्शन/चार्जिंग के कारण पूर्ण नहीं हो पा रहे हैं। उनसे संबंधित सभी प्रकरण बिजली कंपनी को भेजा जाए। जिन योजनाओं के कार्य पूर्ण होकर संबंधित ग्राम पंचायत द्वारा हस्तांतरण नहीं लिया जा रहा है। उनके लिए जनपद सीईओ आवश्यक कार्रवाई करें।