रफ्तार के मामले में उसैन बोल्ट को टक्कर देते हैं विराट कोहली, रनिंग के हैं चर्चे
भारत बनाम पाकिस्तान, एशिया कप और विराट कोहली के 122 रन। मैच हमेशा याद रहेगा। कोहली की पारी में एक विशिष्ट घटना हुई। वे 122 में से 56 प्रतिशत रन दौड़कर बनाए थे।
Saral Kisan - भारत बनाम पाकिस्तान, एशिया कप और विराट कोहली के 122 रन। मैच हमेशा याद रहेगा। कोहली की पारी में एक विशिष्ट घटना हुई। वे 122 में से 56 प्रतिशत रन दौड़कर बनाए थे। कोहली ने इस दौरान केएल राहुल के साथ रनिंग करते हुए 31 km/h की रफ्तार हासिल की। आखिरकार, उन्होंने क्या किया? क्या विज्ञान है?
न्यूटन लॉ, फ्रिक्शन फोर्स
न्यूटन का थर्ड लॉ, यानी एक्शन एंड रिएक्शन, विकेट्स के बीच की दौड़ का कारण है। इसमें फ्रिक्शन फोर्स और स्पीड का भी रोल है।
साइंस रनिंग में इसका क्या अर्थ है?
विकेट्स के बीच दौड़ लगभग 20 (20.11) मीटर की है। इसमें तीन भाग हैं। पहले टेकऑफ होता है, फिर एक्सेलेरेशन होता है, और फिर डी एक्सेलेरेशन और टर्निंग होता है। निकास और डी निकास: ये फ्रिक्शन फोर्स इस फेज में बैटर की रफ्तार को बढ़ाते हैं। स्पाइक्स शूज और जमीन के बीच होने वाले संपर्क से बैटर को रफ्तार मिलती है। स्पाइक्स शूज में मेटल स्पाइक्स होते हैं, जो खिलाड़ी के पैर को मिट्टी पर अच्छी तरह पकड़ते हैं। फ्लिक्शन फोर्स भी अधिक होता है। क्रीज के करीब पहुंचने पर बल्लेबाज अपनी गति को कम करता है। मुड़कर जमीन को धोता है इससे दूसरे रन के लिए उतनी ही शक्ति मिलती है जितनी रन की शुरुआत में मिली थी, यानी टेकऑफ के समय।
कोहली 31 किलोमीटर प्रति घंटे चलता है।
कोहली की चौकों-छक्कों के अलावा रनिंग भी चर्चा में रहती है। उन्होंने अपने करियर के 54% रन दौड़े हैं। विराट एनारुबिक फिटनेस का इस्तेमाल करके रनिंग करते हैं। यानी मसल्स में कम ऑक्सीजन होने पर भी वे सेल्स से रिएक्ट करके एनर्जी बनाती हैं।
एनारुबिक फिटनेस को इस तरह समझें
ऑक्सीजन, जो रक्त के जरिए मसल्स, अंगों और कोशिकाओं तक पहुंचता है, शरीर का ऊर्जा बनाने का पूरा प्रणाली है। कोशिकाओं में ऑक्सीजन और ग्लूकोज के रिएक्शन से ऊर्जा बनाई जाती है। यही ऊर्जा दिमाग और मांसपेशियों को चलाती है।
विराट कोहली की रनिंग में किसी मांसपेशी तक ऊर्जा पहुंचने में 45 सेकेंड का समय लगता है। ऐसी स्थिति में, कोशिकाओं में कम या अपर्याप्त ऑक्सीजन होने पर भी ऊर्जा बनाई जाती है। यह एनारुबिक फिटनेस है। इसके कारण वे लगातार दौड़ते रहते हैं। एक बॉल से दूसरी बॉल के बीच लगभग दो मिनट लगते हैं। ऐसा करने से कोहली के शरीर को कुछ समय मिलता है और ऑक्सीजन रोटेशन को सामान्य करने का समय मिलता है।
विराट कोहली बोल्ट से कम नहीं हैं
एक रिपोर्ट के अनुसार, बोल्ट 100 मीटर दौड़ से पहले 2.8 सेकंड में 20 मीटर की दूरी तय करते हैं। कोहली ने 3.15 सेकंड में यही दूरी तय करते हैं। लेकिन वे अक्सर विकेटों के बीच दौड़ लगा रहे होते हैं। यानी हेलमेट, पैड, बैट और ग्लव्स के साथ। इसलिए इस रिपोर्ट में कोहली को बोल्ट की तरह तेज बताया गया है।
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