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चंडीगढ़ में आसमान छू रहें सब्जियों के भाव, इस वजह से बढ़ रही कीमतें

Tomato Price Hike : हिमाचल प्रदेश में बाढ़ और भूस्खलन होने के कारण चंडीगढ़ में सब्जियों के भाव में तेजी आई है। इस कारण के चलते स्थानीय लोगों को सब्जियों के दाम ज्यादा चुकाने पड़ रहे है। व्यापारियों का कहना है कि अगर इसी तरह सब्जियों की सप्लाई बंद रही तो आने वाले समय में सब्जियों के भाव और तेज होने की आशंका है।
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चंडीगढ़ में आसमान छू रहें सब्जियों के भाव, इस वजह से बढ़ रही कीमतें

Chandigarh News : हिमाचल प्रदेश में बाढ़ और भूस्खलन होने के कारण चंडीगढ़ में सब्जियों की मात्रा में कमी आई है। इस कारण के चलते स्थानीय लोगों को सब्जियों के दाम ज्यादा चुकाने पड़ रहे हैं और हरी सब्जियों के साथ-साथ टमाटर के दाम आसमान को छू रहे हैं। अभी चंडीगढ़ शहर में टमाटर का भाव 80 रुपए प्रति किलो देखा गया है, इसके अलावा अभी मटर के भाव 140 रुपए प्रति किलो, फूल गोभी के भाव 80 रुपए प्रति किलो और आलू के भाव 45 रुपए प्रति किलो के हिसाब से देखे जा रहे हैं। मगर चंडीगढ़ शहर में 21 जून को टमाटर के भाव ₹30 प्रति किलो थे, इसके बारे में व्यापारियों का कहना है कि अगर इसी तरह सब्जियों की सप्लाई बंद रही तो आने वाले समय में सब्जियों के भाव और तेज होने की आशंका है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चंडीगढ़ में 3 जुलाई को टमाटर की थोक कीमत 60 रुपए प्रति किलो थी और 17 जुलाई को टमाटर की कीमत बढ़कर 70 रुपए प्रति किलो हो गई। और इसके बाद अगस्त में टमाटर के रेट 80 रुपए किलो हो गए हैं। इसकी वजह से आम लोगों की दिनचर्या में काफी तेजी आई है और इसके चलते बहुत से परिवारों ने टमाटर को खरीदना ही छोड़ दिया है। इसको लेकर लोगों का कहना है कि अगर हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और वर्षा ऐसे ही होती रही तो चंडीगढ़ में सब्जियों के रेट आसमान को छूने वाले हैं।

टमाटर के उत्पादन पर पड़ा, असर

पंजाब मंडी बोर्ड के पर्यवेक्षक हरप्रीत सिंह के मुताबिक बिना किसी मौसम के बारिश और तेज तापमान के चलते टमाटर के उत्पादन में काफी गिरावट आई है। उन्होंने बताया कि, स्थानीय लोगों के द्वारा टमाटर का उत्पादन जुलाई के लास्ट तक किया जाता है, मगर इस बेमौसम बारिश के चलते टमाटर की फसल खराब हो गई है। इसी के साथ पहाड़ी क्षेत्रों में भी टमाटर का उत्पादन काफी बढ़िया किया जाता है, लेकिन वहां भी तेज बारिश और भूस्खलन के चलते टमाटर का उत्पादन नहीं हो पा रहा है। इसलिए चंडीगढ़ में सब्जियों के रेट में काफी बढ़ोतरी होने वाली है।

चंडीगढ़ सब्जियों के लिए हिमाचल प्रदेश पर है, निर्भर

हरप्रीत सिंह के मुताबिक, पिछले वर्ष भूस्खलन होने के कारण चंडीगढ़ हिमाचल प्रदेश के सभी राजमार्ग प्रभावित हुए थे। ऐसी स्थिति में टमाटर की कीमत 11 जुलाई को मंडियो में 250 रुपए प्रति किलो और थोक दुकानों पर 300 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई थी। इसके अलावा वर्ष 2022 में चंडीगढ़ की मंडियो में टमाटर की कीमतें 60 रुपए प्रति किलो भाव के आसपास थी और नवंबर 2021 में टमाटर की कीमतें 90 रुपए प्रति किलो भाव के आसपास थी। चंडीगढ़ मंडी में टमाटर के अलावा भी मटर, आलू, बीज रहित खीरा और फूलगोभी की कीमतें भी तेजी से बढ़ रही हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि इन सब्जियों के लिए भी चंडीगढ़ प्रदेश हिमाचल प्रदेश पर निर्भर है।

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