उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन के होंगे अब पुख्ता इंतजाम, कमी से नहीं जाएगी जान, यूपी सरकार का मास्टर पालन तैयार
Saral Kisan - कोविड-19 महामारी के दौरान ऑक्सीजन की मांग को देखते हुए UP सरकार राज्य में सख्त व्यवस्था भी कर रही है। अब निजी कंपनियों को प्लांट लगाने के लिए 15 मई 2024 तक का वक्त मिलेगा। इसके अलावा, आवश्यकतानुसार अनापत्ति प्रमाण पत्र और विद्युत और पानी की सुविधाएं भी दी जाएंगी। शीघ्र ही कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव पारित करने की योजना है।
COVID-19 महामारी के दौरान राज्य की ऑक्सीजन की मांग को देखते हुए, कैबिनेट ने UP ऑक्सीजन उत्पादन प्रोत्साहन नीति-2021 को मंजूरी दी। यह निजी कंपनियों को प्लांट लगाने का मौका देना चाहता था। इसके मुताबिक, 30 माह की तिथि तक प्लांट लगाकर शुरू करना होगा। नॉर्थ इंडिया एयर लिक्विड प्राइवेट लिमिटेड मथुरा के कोसी कोटवन औद्योगिक क्षेत्र में तरल चिकित्सा ऑक्सीन, नाइट्रोजन और आर्गन बनाने के लिए एक नई वायु इकाई बना रही है।
आपको बता दे की प्लांट लगाने का समय चार महीने बढ़ाने की मांग भी की है। उन्होंने यह कहा कि जल और विद्युत कनेक्शन मिलने में देरी भी हो रही है। बता दे की परियोजना 15 नवंबर 2023 तक शुरू नहीं हो पाएगी, जो निर्धारित तिथि भी है। 28 दिसंबर 2021 को कंपनी को लेटर ऑफ कंफर्ट (LOC) दिया गया है। सब्सिडी का लाभ लेने के लिए कंपनी को इस समय अवधि के अंदर वाणिज्यिक उत्पादन करना होगा। कंपनी की मांग पर पिकप ने छह महीने का विस्तार अनुमोदन दिया है। इससे यह सुविधा मिल रही है।
भविष्य में भी जरूरत के आधार पर अन्य कंपनियों को लाभ देने पर विचार किया जाएगा और जल्द ही अनापत्ति प्रमाण पत्र और कनेक्शन देने की व्यवस्था की जाएगी। यह लोगों को जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन की सुविधा देना चाहता है। उच्चाधिकारियों की बैठक में इस पर सहमति हुई है और कैबिनेट से मंजूरी के लिए जल्द ही भेजा जाएगा।
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