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उत्तर प्रदेश में अब डीएम दिलाएंगे हाईवे के किनारे बस अड्डे के लिए फ्री जमीन

शहर के बीचोबीच परिवहन निगम बस अड्डा चलता है। परिसर में बसों के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। जगह की कमी के कारण यात्री सुविधाएं भी कम हैं। बसें सड़क पर खड़ी होने से जाम होता है। बस अड्डे के निर्माण और समस्याओं का समाधान करने के लिए जगह की खोज की जा रही है।

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Now DM will provide free land for bus stand on the side of the highway in Uttar Pradesh

Saral Kisan : शहर के बीचोबीच परिवहन निगम बस अड्डा चलता है। परिसर में बसों के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। जगह की कमी के कारण यात्री सुविधाएं भी कम हैं। बसें सड़क पर खड़ी होने से जाम होता है। बस अड्डे के निर्माण और समस्याओं का समाधान करने के लिए जगह की खोज की जा रही है। प्रस्ताव कई बार भेजे गए। बस अड्डे के लिए कई जगह देखी गई, लेकिन परिणाम सिफर रहा।

मुख्य सचिव के पत्र से अड्डे की जमीन की खोज कर रहे अधिकारियों को राहत मिली है। मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने सभी जिलों के डीएम को पत्र भेजकर परिवहन निगम की बसों के ठहराव और परिवहन सुविधा के लिए शहरों के पास से गुजरे हाईवे, रिंग रोड या बाईपास के आसपास लगभग 10 एकड़ जमीन उपलब्ध कराने की मांग की है। जमीन मिलने से शहर के अंदर चलने वाले बस अड्डे को बाहर स्थानांतरित किया जा सकेगा, जिससे जाम की समस्या दूर होगी।

बस अड्डे के लिए सात एकड़ जमीन और वर्कशॉप के लिए तीन एकड़ जमीन बताया गया था. 10 एकड़ में से बस अड्डे के लिए सात एकड़ जमीन होगी। तीन एकड़ में वर्कशॉप और इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। शहर के बीच बस अड्डा संचालन से होने वाली समस्याएं हल होंगी।

लखीमपुर डिपो में कार्यालय नहीं होने के कारण सिर्फ अनुबंधित बसें हैं। यह बसें सिर्फ लखनऊ, ऐरा-धौरहरा और गोला रूट पर चलती हैं। डिपो की बसें अनुबंधित बसों की वजह से कई रूटों पर नहीं चलती हैं। डग्गामार बसों का सहारा लेना पड़ता है। डिपो में वर्कशॉप नहीं होने से अनुबंधित बसें ही चलती हैं। लखीमपुर डिपो में परिवहन निगम की कोई बस नहीं है।

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