UP Roadways Bus : अब कंडक्टर के बिना रुके चलेगी उत्तर प्रदेश की रोडवेज बसें
Saral Kisan : रेलवे की तरह रोडवेज बसों में भी कंडक्टर की आवश्यकता कम हो जाएगी। रोडवेज बस चालक पूरी तरह से जिम्मेदार होगा। बस वही ले जाएगा और दूसरी ओर से लाएगा। यानी बसें अब बिना ड्राइवर के चल जाएंगी। एक छोटी सी संख्या में सवारियां भरकर यात्रा टिकट बनाए जाएंगे। बस को गन्तव्य तक केवल चालक ही ले जाएगा। कोशिश की जाती है कि बस को बिना रुके चलाया जाए। ताकि चालक को रास्ते भर अन्य यात्रियों के टिकट काटने जैसे परेशानियों से बचाया जा सके।
सरकारी विभागों ने विभिन्न पदों पर कर्मचारियों की कमी से जूझते हुए नए उपायों की शुरुआत की है। रेलवे में कई पद रिक्त हैं। पहले मालगाड़ियों को बिना गार्ड के चलाया गया, क्योंकि रेलवे में गार्ड की कमी थी। अब उत्तर प्रदेश परिवहन निगम बसों को रेलवे की तरह उपयोग करने की योजना बना रहा है। अब रोडवेज बसें भी विदआउट गार्ड के साथ चलेगी। इसके संचालन की योजना मुरादाबाद रोडवेज विभाग ने बनाई है।
रोडवेज अधिकारियों का कहना है कि विभाग ने मंडल में एक नया उपयोग शुरू करने का फैसला किया है। विभाग ने कहा कि इसकी शुरुआत कम दूरी वाली बसों से होगी। यानी मुरादाबाद से अमरोहा, नूरपुर और अन्य स्थानों के लिए बाहर से कंडक्टर बसें चलाई जाएंगी।
कंडक्टरों की कमी -
Muradabad मंडल में बस कंडक्टरों की कमी है। ARm ने बताया कि मंडल में 476 कंडक्टर पद खाली हैं। मुरादाबाद डिपो में 35 कंडक्टरों की कमी है, जबकि पीतल नगरी में 103 कंडक्टरों की कमी है। हालाँकि, संविदा और नियमित चालकों की बहुतायत है। मुरादाबाद डिपो में 186 और पीतल नगरी में 178 चालक हैं। बसों की संख्या बढ़ने पर चालकों की भर्ती संविदा के आधार पर की जाती है।
मोरादाबाद रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक मो. परवेज खां ने कहा कि अब रोडवेज बसों को कंडक्टर के बिना चलाने का विचार है। इसकी योजना बनाई जा रही है। इसे फिलहाल प्रयोग के तौर पर शुरू किया जा रहा है क्योंकि कंडक्टर की कमी है। वर्तमान में शॉर्ट रूट बसों में विद आउट कंडक्टर चलाने की योजना है। सारी सवारी के टिकट बस डिपो से ही बनाए जाएंगे। बस को निरंतर चलाया
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