UP News: उत्तर प्रदेश को मिली एक और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात, जाने स्टेशन व टाइम टेबल
गोरखपुर से लखनऊ के बाद अब वंदे भारत एक्सप्रेस को लखनऊ से देहरादून के बीच चलाने की योजना है। नए वर्ष पर मुरादाबाद डिवीजन को वंदे भारत का पुरस्कार मिल सकता है। संचालन फिलहाल लखनऊ से होगा।
Saral Kisan - गोरखपुर से लखनऊ के बाद अब वंदे भारत एक्सप्रेस को लखनऊ से देहरादून के बीच चलाने की योजना है। नए वर्ष पर मुरादाबाद डिवीजन को वंदे भारत का पुरस्कार मिल सकता है। संचालन फिलहाल लखनऊ से होगा। लखनऊ से देहरादून के बीच फिजिबिलिटी सर्वे रेलवे ने किया है। भी रिपोर्ट लगभग तैयार है। सूत्रों ने बताया कि ट्रेन मुरादाबाद और बरेली स्टेशन पर ठहरेगी। रेलवे बोर्ड की तरफ से जारी टाइम टेबल के आधार पर ही आधिकारिक पुष्टि होगी।
सूत्रों ने कहा कि प्रस्तावित समय सारिणी भी बनाई गई है। सुबह करीब 5:15 बजे लखनऊ से ट्रेन चलेगी। 8:33 बजे बरेली पहुंचेगी और 9:52 बजे मुरादाबाद पहुंचकर पांच मिनट रुकेगी। साथ ही, 12:25 बजे हरिद्वार में 10 मिनट रुकने का कार्यक्रम है। यात्रा दोपहर 1:35 बजे हर्रावाला स्टेशन पर समाप्त होगी। वह दोपहर दो बजे हर्रावाला से रवाना होगी, जो 3:25 बजे हरिद्वार, 5:40 बजे मुरादाबाद, 6:50 बजे बरेली होकर रात 10:40 बजे लखनऊ पहुंचेगी।
इन मुद्दों को देखते हुए रेलवे
वंदे भारत एक्सप्रेस 536 किमी की दूरी 8 घंटे 15 मिनट में पूरी करेगी। समय कम करने के लिए भी तैयारी चल रही है। फिर भी टीम ने प्रस्तावित समयसारिणी अधिकारियों को प्रस्तुत की है, जो अंतिम निर्णय लेंगे। वंदे भारत के संचालन से राप्ती गंगा एक्सप्रेस का संचालन 15 से 20 मिनट प्रभावित होगा, सारिणी बताती है। निर्धारित समय के दस मिनट बाद लिंक एक्सप्रेस देहरादून से चलेगी। 12557-12558 सप्तक्रांति एक्सप्रेस का भी रूट बदल सकता है। रेलवे बोर्ड इसलिए सभी मुद्दों पर विचार कर रहा है।
इन पर भी तैयारी
लखनऊ-सहारनपुर, आनंद विहार-हरिद्वार, लखनऊ-आनंद विहार और काठगोदाम-आनंद विहार वंदे भारत भी चर्चा में हैं। माना जाता है कि यूपी जल्द ही कई जिलों को वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें दे सकता है। विशेष रूप से लोकसभा चुनावों को देखते हुए, कई माननीयों ने रेलवे बोर्ड को वंदे भारत के संचालन शुरू करने के लिए चिट्ठी लिखी है। वंदे भारत को लेकर अब तक रेलवे बोर्ड से कोई आदेश नहीं आया है, कहा सीनियर डीसीएम मुरादाबाद मंडल सुधीर सिंह। फिजिबिलिटी सर्वे लगातार बनाया जाता है।
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