home page

UP News : उत्तर प्रदेश के इस युवक ने इस खेती से बदल डाली अपनी किस्मत, आज हैं मालामाल

UP News : लखनऊ विश्वविद्यालय से कृषि विज्ञान में परस्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद युवा किसान नितिन कुमार ने बताया कि उन्होंने काफी समय तक काम की तलाश की। हालाँकि, मुझे सफलता नहीं मिली, तो मैंने सोचा कि अपने घर पर कुछ काम करना चाहिए। 

 | 
UP News: This young man from Uttar Pradesh changed his fortunes through farming, is rich today

UP News, रायबरेली: जनपद के शिवगढ़ कस्बे के गुमावां गांव के नितिन कुमार ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से यह साबित कर दिया कि केवल सरकारी नौकरियां ही अच्छी आय का साधन नहीं हैं। नवीन ने पीजी किया, लेकिन नौकरी नहीं मिलने पर अपनी पुस्तैनी जमीन पर सब्जियों की खेती करना शुरू किया। जिससे आज वह लाखों रुपए सालाना कमाई कर रहे हैं। उसने जिले के युवा लोगों को भी प्रेरणा दी है।

लखनऊ विश्वविद्यालय से कृषि विज्ञान में परस्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद युवा किसान नितिन कुमार ने बताया कि उन्होंने काफी समय तक काम की तलाश की। हालाँकि, मुझे सफलता नहीं मिली, तो मैंने सोचा कि अपने घर पर कुछ काम करना चाहिए. मैंने अपनी पुश्तैनी जमीन पर दो एकड़ की सब्जियों की खेती शुरू की। जिसमें लगभग 25 से 30 हजार रुपये खर्च होंगे। साथ ही लागत के सापेक्ष प्रति वर्ष लगभग पांच से छह लाख रुपए की कमाई होती है।

मौसमी सब्जियों का उत्पादन

नितिन कुमार लगभग दो एकड़ जमीन पर फूल गोभी, बैंगन, पत्ता गोभी, शिमला, टमाटर सहित कई मौसमी सब्जियों की खेती करते हैं। किसान भाई अच्छी कमाई करने के लिए मेड़ों के अलावा खेतों के बीच में भी कई फसल लगा सकते हैं। यहाँ किसान आलू, भिंडी, करेला और फूलगोभी उगा सकते हैं। ये सभी सब्जियां अच्छी तरह से बिकती रहती हैं। साथ ही वह खेती में नवीनतम प्रौद्योगिकी का उपयोग करता है। जो कम लागत पर अच्छा मुनाफा देते हैं।

कम लागत में अधिक मुनाफा

नितिन ने बताया कि वह आधुनिक तकनीक से खेती करते हैं, जिससे वह कम लागत में अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं। वह अधिक मांग वाली सब्जियों की खेती करता है। वह खेतों से तैयार सब्जियां स्थानीय बाजारों में लेकर लखनऊ, रायबरेली और कई अन्य स्थानों में बेचते हैं। नितिन का कहना है कि वे अपने सब्जी के खेत में केवल जैविक खाद का उपयोग करते हैं। उनके खेत की सब्जियां इससे हाथों-हाथ बिकती हैं।

ये पढ़ें : उत्तर प्रदेश के इस एक्सप्रेसवे के किनारे बसाए जाएंगे 11 औद्योगिक शहर, 29 जिलों की 30 तहसीलों पर बनेगा औद्योगिक गलियारा

Latest News

Featured

You May Like