UP News : उत्तर प्रदेश के इस क्षेत्र तीस हजार बिजली उपभोक्ताओं परेशान, नहीं आते मीटर रीडर, घर बैठे बनाते हैं बिल
UP News : बक्शीपुर क्षेत्र के उपभोक्ता गुड्डू अली को हर महीने बिजली का बिल नहीं मिलता है। मीटर रीडर चार से छह महीने पर कभी-कभी आते हैं और बिल बनाकर चले जाते हैं। गुड्डू का बजट कई महीने का बिल बनाने से खराब हो जाता है। पड़ोस में रहने वाले विनय कुमार भी इसी तरह है। समय पर बिल नहीं बनाने से उन पर हर महीने बकाया बढ़ता जा रहा है।
UP News, गोरखपुर : बक्शीपुर क्षेत्र के उपभोक्ता गुड्डू अली को हर महीने बिजली का बिल नहीं मिलता है। मीटर रीडर चार से छह महीने पर कभी-कभी आते हैं और बिल बनाकर चले जाते हैं। गुड्डू का बजट कई महीने का बिल बनाने से खराब हो जाता है। पड़ोस में रहने वाले विनय कुमार भी इसी तरह है। समय पर बिल नहीं बनाने से उन पर हर महीने बकाया बढ़ता जा रहा है। वह हर महीने बिल चाहते हैं, लेकिन कोई नहीं सुनता। लाख प्रयासों के बावजूद, हर उपभोक्ता को बिजली का बिल नहीं मिल रहा है।
महानगर ही में हर महीने 30 हजार से अधिक उपभोक्ता बिजली के बिल से वंचित रह जाते हैं। जिन उपभोक्ताओं को समय पर बिजली का बिल नहीं मिलता, वे परेशान रहते हैं, लेकिन अभियंता बिलिंग एजेंसी पर जुर्माना लगाकर अपनी जिम्मेदारी पूरी मान लेते हैं।
नगरपालिका अधीक्षक लोकेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि जिन उपभोक्ताओं का बिजली का बिल नहीं बन रहा है, उनके क्षेत्र में मीटर रीडर के साथ निगम का कर्मचारी भेजा जा रहा है। यदि उपभोक्ता को लगता है कि बिल गलत बनाया गया है, तो वे शिकायत करें। इसका समाधान होगा। एजेंसी को बिलिंग में लापरवाही की चेतावनी दी गई है।
घर बैठे बिल बना रहे हैं
अब भी, मीटर रीडर घर बैठे ही हजारों घरों का बिजली का बिल बना रहे हैं। मोहद्दीपुर में भी ऐसा मामला सामने आया है। महिला उपभोक्ता को बिजली का बिल मिलता था और वह हर महीने समय पर भुगतान करती थीं। एक दिन, उसे अचानक 40 हजार रुपये का बिल आया, जिससे वह परेशान हो गईं। परीक्षण से पता चला कि मीटर रीडर घर बैठे बिल बना रहा था। वह कई महीने बाद गया और मीटर में रीडिंग के आधार पर बिल बनाया। इससे बिल अचानक बढ़ा। उपभोक्ताओं को अधिशासी अभियंता लवलेश कुमार ने संतुष्ट किया। इसके बाद बिजली का बिल जमा किया जा सकता था।