UP News : उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में बनाया जाएगा आधुनिक सुविधाओं से लेंस बसों के पोर्ट
Saral Kisan : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की ओर से प्रदेश के प्रत्येक जिले में पब्लिक प्राइवेट पार्टटनरशिप (पीपीपी मोड) पर एक बस पोर्ट (अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त बस स्टैंड) स्थापित किया जाएगा। निगम ने 16 जिलों में 18 बस स्टैंड के लिए लिए कैबिनेट प्रस्ताव तैयार कर लिया है। वहीं शेष जिलों में बस पोर्ट बनाने के लिए सलाहकार संस्था चयन की कार्यवाही शुरू हो गई है।
प्रदेश सरकार ने पहले चरण में पायलट प्रोजेक्ट पर प्रयागराज, कौशांबी, लखनऊ के गोमतीनगर, गाजियाबाद बस स्टैंड को बस पोर्ट के लिए चयन किया था। इसके लिए फर्म का चयन लगभग हो गया है। चयनित फर्म ने बस स्टैंड के प्लान का प्रस्तुतीकरण भी कर दिया है। परिवहन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर सिंह कहना है कि प्रदेश के हर जिले में एक बस पोर्ट विकसित किया जाएगा। आगामी चार वर्ष में प्रदेश का एक भी जिला ऐसा नहीं होगा जहां बस पोर्ट न हो।
उन्होंने बताया कि करीब 50 से अधिक जिलों में बस पोर्ट के लिए सलाहकार संस्था का चयन किया जा रहा है। प्रत्येक जिले में बस पोर्ट के लिए मौजूदा समय में उपलब्ध जमीन और शहर की आवश्यकता के अनुसार प्रस्तावित नई जगह पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। रिपोर्ट मिलने पर वहां भी पीपीपी मोड पर बस पोर्ट विकसित किया जाएगा।
इन बस स्टैंड के लिए प्रस्ताव तैयार
यूपीएसआरटीसी ने गाजियाबाद के साहिबाबाद, आगरा के ट्रांसपोर्ट नगर और ईदगाह, मथुरा के पुराना बस स्टैंड, कानपुर के कानपुर सेंट्रल (झकरकटी), वाराणसी के कैंट, प्रयागराज के जीरो रोड और लखनऊ के अमौसी बस स्टैंड के लिए कैबिनेट प्रस्ताव तैयार किया है।
लखनऊ के चारबाग, मेरठ के सोहराबगेट, अलीगढ़ के रसूलाबाद, गोरखपुर के गोरखपुर, अयोध्या के अयोध्याधाम, बरेली के सैटेलाइट, रायबरेली और मिर्जापुर में बस पोर्ट के लिए भी प्रस्ताव तैयार किया है। बुलंदशहर के बुलंदशहर और मेरठ के गढ़मुक्तेश्वर नया बस स्टैंड बनाने के लिए भी प्रस्ताव तैयार किया है।
826 डीजल और 125 इलेक्ट्रिक बसें खरीदेगा निगम
योगी कैबिनेट ने हालही में यूपीएसआरटीसी में 1000 नई बसें खरीदने के लिए 400 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। निगम के एमडी मासूल अली सरवर ने बताया कि 826 डीजल बसें खरीदी जाएंगी। वहीं 125 इलेक्ट्रिक बसें खरीदी जाएंगी।
नई वोल्वो बसें नहीं खरीदेगा निगम
एमडी ने बताया कि निगम फिलहाल नई वोल्वो बसें नहीं खरीदेगा। लेकिन कोई निजी ऑपरेटर रोडवेज के साथ मिलकर वोल्वो बसें संचालित करने का प्रस्ताव देंगे तो वोल्वो बसें संचालित की जा सकती है। निगम के पास वर्तमान में करीब 34 वोल्वो बसें हैं।