उत्तर प्रदेश के इस जिले में बना अनोखा पुल, हॉर्न बजाने पर रोक देता है आवाज़
UP News : सरकार ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए अपने स्तर पर कई तरह के प्रयास करती रहती है। इन प्रयासों के चलते नए-नए प्रयोग भी किए जाते हैं. उत्तर प्रदेश में एक अनोखा प्रयोग किया जा रहा है। गाड़ियों के शोर को यह पुल ऑब्जर्व करेगा जो यूपी में बनने जा रहा है. इस पुल की खासियत यह है कि यह गाड़ियों के होने का शोर अपने आप खींच लेता है।
Uttar Pradesh News : सरकार यातायात और परिवहन को आधुनिक बनाने के लिए सड़कों का निर्माण करवाती है। लोगों की सहूलियत और बेहतर कनेक्टिविटी के लिए सरकार हर प्रयास करती है। देश में यातायात को बेहतर बनाने के लिए रेल ओवर ब्रिज और सड़कों के लिए ओवर ब्रिज और नदियों पर पुल का निर्माण किया जाता है। बता दें कि उत्तर प्रदेश राज्य पुल निगम प्रयागराज जिले में 6 रेलवे ब्रिज और सड़कों के लिए और ब्रिज का निर्माण कराया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में पिछले दिनों ही बनकर तैयार हुए बक्शी बांध रेल ओवर ब्रिज आम जनता के आवागमन के लिए शुरू कर दिया गया है। इस पुल की खासियत यह है कि यह गाड़ियों के होने का शोर अपने आप खींच लेता है।
साउंड आब्जर्बर से होगा लैस
यह रेल ओवर ब्रिज बक्शी बांध क्रॉसिंग के ऊपर से संगम को मुख्य शहर से जोड़ने के लिए बनाया गया है. यह प्रयाग जंक्शन से प्रयाग घाट संगम टर्मिनल को जोड़ता है। यह उत्तर प्रदेश का पहला रेल ओवर ब्रिज है जो साउंड अब्जॉर्बर का इस्तेमाल करता है। यह साउंड अब्जॉर्बर रेल ओवर ब्रिज पर चलने वाले वाहनों की हार्न की ध्वनियों को दूर करेगा। इससे आसपास के लोगों को गाड़ी के शोर से राहत मिलेगी।
अपने आप में अनोखा होगा यह पल
उत्तर प्रदेश का यह पहला पुल 700 मीटर लंबा है, जो अपने आप में अद्वितीय है। 2 करोड़ रुपये की लागत से इस रेल ओवर ब्रिज में अल्युमिनियम से बने ध्वनिरोधक धातु लगाए गए हैं। इन साउंड अब्जॉर्बर को पहले दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु के कुछ पुलों पर प्रयोग किया गया था। उत्तर प्रदेश राज्यसेतु निगम के महानिदेशक ने कहा कि ध्वनि अवरोधों से 55 डेसीबल से अधिक शोर बाहर नहीं निकलेगा। इस साउंड अब्जॉर्बर को ब्रिज के ऊपर डेढ़ मीटर की ऊंचाई तक लगाया गया है।