Delhi की सड़कों पर दौड़ती नज़र आएंगी उबर की बसें, कंपनी को मिल गया लाइसेंस
Delhi Transport Department : दिल्ली एनसीआर में बड़ी ऑनलाइन कैब बुकिंग कंपनी कैब, ऑटो, बाइक टैक्सी सेवा दे रही है। अब दिल्ली एनसीआर में यातायात और ज्यादा सुविधाजनक होने वाला है। दिल्ली ट्रांसपोर्ट डिपार्मेंट से ऑनलाइन कैब बुकिंग कंपनी को बड़ा एग्रीगेटर लाइसेंस मिल गया हैं।
Delhi Premium Bus Service : दिल्ली की सड़कों पर अब कैब, ऑटो, बाइक टैक्सी के बाद उबर बस सेवा शुरू करने वाला है। दिल्ली एनसीआर में अब उबर की प्रीमियम बसें सड़कों पर दौड़ती हुई नजर आएगी। दिल्ली ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट से सरकार की प्रीमियम बस परियोजना के माध्यम से ऐप बेस्ड ऑनलाइन कैब बुकिंग कंपनी को बसें चलाने के लिए ‘एग्रीगेटर’ लाइसेंस मिल गया है। अब दिल्ली एनसीआर में यात्री अपने पसंदीदा रूट पर ऑनलाइन माध्यम से घर बैठे सीट बुक कर सकेंगे।
कम्पनी ने एक बयान में कहा कि दिल्ली देश में बसों को लाइसेंस देने वाला पहला राज्य बन गया है। वहीं, उबर दिल्ली प्रीमियम बस योजना के तहत लाइसेंस लेने वाली पहली ‘एग्रीगेटर’ कंपनी बन गई है। "एग्रीगेटर" का अर्थ है बिजलेस मॉडल, जिसमें एक नेटवर्क मॉडल लागू होता है, जो प्लैटफॉर्म पर सेवा प्रदाताओं और सेवा लेने वालों को जोड़ता है।
ऑनलाइन बसों की बहुत मांग
उबर शटल इंडिया के CEO अमित देशपांडे के अनुसार एक सफल पायलट कार्यक्रम के बाद हम दिल्ली में बस सेवा को आधिकारिक तौर पर शुरू करने से उत्साहित हैं। पायलट कार्यक्रम के दौरान हमने देखा कि बसों की बहुत मांग है। मांग के चलते कंपनी ने बड़े मास्टर प्लान को तैयार किया हैं। ग्राहक उबर ऐप पर "उबर शटल" विकल्प को चुनकर अपने पसंदीदा रूट पर सीट बुक कर सकते हैं। विज्ञप्ति में कहा गया है कि पायलट कार्यक्रम की सफलता ने दैनिक आवागमन की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बस सेवा 'उबर शटल' की औपचारिक शुरुआत की है। इसे पिछले वर्ष से पश्चिम बंगाल में चलाया जा रहा है। इसके लिए कंपनी ने सरकार के साथ एक समझौता किया था।
सफर के किए पहले से होगी सीट बुकिंग
विज्ञप्ति में यह कहा गया है कि यात्री उबर ऐप के माध्यम से एक सप्ताह पहले से सीट बुकिंग कर सकते हैं। बस की "लाइव लोकेशन" और रूट का पता लगा सकेंगे, साथ ही उसके आने का अनुमानित समय भी देख सकेंगे। प्रत्येक शटल वाहन में 19 से 50 लोगों की जगह होगी। उबर की तकनीक का उपयोग करके इसका संचालन बस संचालन से जुड़े स्थानीय भागीदार करेंगे।