राजस्थान के इस गांव में है सबसे अधिक टीचर, हर भर्ती में लगते है 15 शिक्षक
Rajasthan News : शिक्षक हर इंसान की जिंदगी में एक अहम भूमिका निभाता है। इसी वजह से भारत में पुराने समय से शिक्षक को पूजनीय गुरु का दर्जा दिया जाता है। देश में एक ऐसा गांव भी है जहां सबसे अधिक सरकारी टीचर है।
Education : शिक्षक हर इंसान की जिंदगी में एक अहम भूमिका निभाता है। इसी वजह से भारत में पुराने समय से शिक्षक को पूजनीय गुरु का दर्जा दिया जाता है। देश में एक ऐसा गांव भी है जहां सबसे अधिक सरकारी टीचर है। टीचर की सभी भर्तियों में यहां से 10 से 15 शिक्षकों की भर्ती होती है। इस गांव में करीबन हर दूसरा इंसान टीचर की नौकरी करता है या फिर अपनी सेवाएं देकर रिटायर हो चुका है। यह राजस्थान के सिरोही जिले में बसने वाला किवरली गांव है।
सिरोही जिले में सबसे अधिक शिक्षक इस गांव ने दिए हैं। साल 2011 की जनगणना के अनुसार इस गांव की आबादी 4000 थी। गांव में शिक्षक के साथ-साथ कई विभागों में यहां के लोग काम करते हैं। यहां पर रिटायर हुए सिक्स को में से दो ब्लॉक मुख्य शिक्षा अधिकारी और इसके साथ एक एससीबीईओ के साथ-साथ कई हेड मास्टर भी रह चुके हैं। सरकारी स्कूलों के साथ-साथ इस गांव में कई निजी स्कूलों में भी शिक्षक का काम करते हैं।
क्या कहते हैं ग्रामीण
गांव के रहने वाले रिटायर्ड पन्नालालपुरा इतने बताया कि हमारा गांव शुरू से ही शिक्षा के प्रति जागरुक है। परिवार में पहले ही शिक्षक होने की वजह से युवकों को प्रोत्साहन मिलता है। युवक नियमित अध्ययन के लिए लाइब्रेरी जाकर तैयारी करते हैं। गांव में शिक्षकों के साथ-साथ पटवारी, पुलिसकर्मी सहित कई विभागों में युवा चयनित हुए हैं। गांव से करीबन 200 शिक्षक अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
10 से 15 युवाओं का हर भर्ती में होता है चयन
गांव में किसी भी भर्ती का परिणाम आने पर 10 से 15 शिक्षकों का चयन सामान्य सी बात होती है। एक वार्षिक शिक्षक भर्ती के दौरान यहां पर 21 युवाओं का चयन हुआ था। इस गांव से पहली बार रेवाड़ी समाज से देवी कुमारी शिक्षिका बनी थी। गांव में युवाओं को शिक्षकों के प्रति काफी उत्साह है।