उत्तर प्रदेश में 7 हजार करोड़ लागत से बनेगा ये रिंग रोड, बिल्डर्स ने अभी से ही डाला डेरा
Saral Kisan : संगम नगरी में सरकार की सबसे महात्वाकांक्षी परियोजना रिंग रोड के आसपास टाउनशिप बसाने के लिए बड़ी-बड़ी रियल एस्टेट कंपनियां आ रही हैं। दिल्ली-मुंबई की कंपनियां यमुनापार में प्रस्तावित रिंग रोड के आसपास टाउनशिप बसाने के लिए कदम बढ़ा चुकी हैं।
दिल्ली, मुंबई के साथ ही इंदौर, बड़ोदरा, गुरुग्राम, गाजियाबाद से इन कंपनियों के प्रतिनिधि शहर में डेरा जमा चुके हैं। कई कंपनियां तो शहर में जल्द ही अपना कार्यालय भी खोलने की तैयारी में हैं।
2025 तक होगा रिंग रोड का निर्माण
लगभग 7000 करोड़ रुपये की प्रस्तावित रिंग रोड के प्रथम चरण का कार्य महाकुंभ 2025 के पहले होना है। महाकुंभ के बाद दूसरे और तीसरे चरण का कार्य होगा। पहले चरण की परियोजना के तहत लगभग 3100 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसकी जमीन लगभग अधिग्रहीत हो चुकी है।
जल्द ही अधिग्रहण का कार्य पूरा हो जाएगा, जिसके बाद रिंग रोड का निर्माण कार्य आरंभ होगा। रिंग रोड के किनारे नया प्रयागराज बसाने की भी तैयारी चल रही है। इसके तहत ही कई टाउनशिप, कालोनियां, हाउसिंग स्कीम की भी योजना है। इसके लिए ही इन रियल एस्टेट कंपनियों के प्रतिनिधि शहर आ रहे हैं।
प्रयागराज में बिल्डर्स हुए सक्रिय-
वे उन इलाकों का दौरा भी कर रहे हैं, जहां रिंग रोड का निर्माण होना है। प्रयागराज-रीवा राष्ट्रीय राजमार्ग तथा प्रयागराज-मीरजापुर राष्ट्रीय राजमार्ग के पास रिंग रोड के किनारे जमीन खरीदने के लिए रियल एस्टेट कंपनियों में होड़ सी मच गई है। स्थानीय बिल्डर और डेवलपर्स भी सक्रिय हो गए हैं।