Bihar में ये रेलवे लाइन होगी डबल पटरी, 2 साल में पूरा होगा काम
Bihar News : बिहार से झारखंड के बीच 112 किलोमीटर की रेल लाइन का दोहरीकरण किया जाएगा। इस रेल लाइन की दोहरीकरण के बाद इंटरसिटी और एक्सप्रेस ट्रेन को पास देने के लिए पैसेंजर ट्रेन को खड़े रहने का झंझट अब समाप्त हो जाएगा। रेलवे लाइन के दोहरीकरण के बाद इन दोनों स्टेशनों का स्वरूप बदल दिया जाएगा.
Bhagalpur Dumka Rail Line : भागलपुर दुमका रेल लाइन (Bhagalpur Dumka rail line) का दोहरीकरण किया जाएगा. बता दें कि प्रारंभिक सर्वे के बाद भागलपुर दुमका रेल लाइन का दोहरीकरण के लिए रेलवे ने मिट्टी जांचने का कार्य शुरू कर दिया है। इस 112 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन पर ओवरब्रिज निर्माण के साथ-साथ ब्रिज का निर्माण के लिए मिट्टी के सैंपल लिए जा रहे हैं। भारतीय रेलवे द्वारा मिट्टी के सैंपल लेने के बाद जांच के लिए इन्हें दिल्ली भेजा जाएगा। बता दें कि हंसडीहा के पास पिछले दो दिनों से मिट्टी के सैंपल की जांच चल रही है। मिट्टी सैंपलों के नमूनों की जांच की रिपोर्ट आ जाने के बाद रेल लाइन बिछाने का कार्य शुरू करवा दिया जाएगा.
मिट्टी की जांच का काम शुरू
दो दिन से हंसडीहा में रेलवे फाटक के पास मिट्टी की जांच चल रही है। टेस्टिंग करने वालों का कहना है कि इस स्थान पर ओवरब्रिज भी बनाया जाना चाहिए। रेलवे लाइन नीचे से हाइवे से गुजरेगी। रेलवे इंजीनियरिंग विभाग ने भेजे गए स्थानों पर स्वायल टेस्टिंग होनी चाहिए।
दोहरीकरण का काम दो साल के अंदर पूरा
याद रखें कि भागलपुर से रामपुरहाट वाया हंसडीहा, दुमका रेलवे ट्रैक अभी एकमात्र लाइन है। मालगाड़ी के परिचालन में वृद्धि और इस रूट पर ट्रेनों की बढ़ती संख्या के कारण लोकल ट्रेन को छोटे स्टेशनों पर रोक दिया गया है ताकि एक्सप्रेस ट्रेन को पास कराया जा सके। यात्रियों को इससे समस्या होती है। रेलवे ने भागलपुर से दुमका और रामपुरहाट से दुमका के बीच दोहरीकरण की अनुमति दी है। बताया जाता है कि लाइन दोहरीकरण का काम दो साल के अंदर पूरा करने का लक्ष्य है।
स्टेशनों का पुनर्निर्माण
रेलवे प्रशासन ने बताया कि दुमका-भागलपुर रेलखंड का दोहरीकरण और कई स्टेशनों का पुनर्निर्माण में लगभग 35 हजार करोड़ रुपये की लागत आने वाली हैं। इसके लिए रेल प्रशासन पूरी लग्न से काम करता है। बांका का बाराहाट और बौंसी रेलवे स्टेशन भी विकसित होने के लिए तैयार हैं। बताया जा रहा है कि दोहरीकरण से बाराहाट और बौंसी स्टेशन का न सिर्फ नाम बदलेगा, बल्कि उनका स्वरूप भी बदलेगा। बल्कि रेलवे मानचित्र पर इन दोनों स्टेशनों का नाम बांका लिखा जाएगा। इन दोनों स्टेशनों को रेलवे क्षेत्र में भी बढ़ाया जाएगा।