NCR में इस नए शहर को चार चरण में किया जाएगा डेवलेप, शिकागो इंडस्ट्रियल हब की तरह होगी पहचान
NCR - हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक ये कहा जा रहा है कि एनसीआर के इस नए शहर को चार चरणों में डेवलेप किया जाएगा। इसके बाद 21 हजार हेक्टेयर (203 वर्ग किमी) जमीन पर विकसित करने का काम नोएडा प्राधिकरण की ओर से किया जाएगा। कुल आबादी छह लाख मानी जा रही है। जिसमें 3.5 लाख की आबादी माइग्रेट होगी
Saral Kisan UP : बुलंदशहर-दादरी के 88 गांव की जमीन पर दादरी नोएडा गाजियाबाद विशेष निवेश क्षेत्र (डीएनजीआइआर) के रूप में विकसित होने वाला ‘नया नोएडा’ पश्चिम उत्तर प्रदेश में निवेश का केंद्र होगा, जिसका मास्टर प्लान 2041 नोएडा प्राधिकरण की 210 वीं बोर्ड बैठक में पास होने जा रहा है।
इसके बाद 21 हजार हेक्टेयर (203 वर्ग किमी) जमीन पर विकसित करने का काम नोएडा प्राधिकरण की ओर से किया जाएगा। कुल आबादी छह लाख मानी जा रही है। जिसमें 3.5 लाख की आबादी माइग्रेट होगी।
क्या है पूरी योजना?
बता दें कि ‘ नया नोएडा ’ का मास्टर प्लान स्कूल आफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्ट (एपीए) दिल्ली की ओर से तैयार किया गया है। इस नए शहर को चार चरण में विकसित किए जाने की योजना है।
प्रथम चरण में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 8,500 करोड़ रुपये से अधिक की जरूरत है, जिसके लिए 3,000 हेक्टेयर जमीन और प्राधिकरण ने वित्तीय बजट में ‘ नया नोएडा ’ के लिए 1000 करोड़ रुपये रिजर्व किया है।
प्रथम चरण में अनुमानित 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश आएगा, करीब एक लाख लोगों का प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार का अवसर प्राप्त होगा। लैंड पूल के जरिये किसानों की जमीन अधिग्रहीत की जाएगी, जिसमें 8 हजार हेक्टेयर जमीन औद्योगिक निवेश के लिए आरक्षित की गई है।
यहां पहला आने वाला ग्रुप अदाणी होगा। जो पांच हजार करोड़ का निवेश करेगा। इसके अलावा लघु उद्योग भारती ने यहां पर एमएसएमई सेक्टर के लिए करीब 200 औद्योगिक इकाइयों की मांग कर रखी है।
शिकागो इंडस्ट्रियल हब की तरह बनाएगा ‘नया नोएडा’ पहचान-
शिकागो इंडस्ट्रियल हब मुख्यत : सड़क, रेलवे हवाई मार्ग से जुड़ा है, जिससे यहां निवेशकों को बेहतर विकल्प मिलते हैं। इसी तरह डीएनजीआइआर की भी सामरिक क्षमता है।
बुलंदशहर की ओर जाने वाले जीटी रोड व हावड़ा की ओर जाने वाली रेलवे लाइन के मध्य स्थित है।
वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर दादरी से मुम्बई तक है।
ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर लुधियाना से कोलकाता तक वाया खुर्जा प्रस्तावित।
खुर्जा से एक एसपीयूआर दादरी तक निर्मित की जाएगी। ईस्टर्न व वेस्टर्न कारीडोर का कॉमन प्वाइंट होगा।
हवाई सेवा और कार्गो के लिए जेवर एयरपोर्ट है।
तीन अर्ली बर्ड प्रोजेक्ट-इंटीग्रेटड इंडस्ट्रियल टाउनशिप इन ग्रेटर नोएडा
-मल्टीमाडल ट्रांसपोर्ट हब इन बोड़ाकी
-मल्टीमाडल लाजिस्टिक इन दादरी
‘नया नोएडा’ लैंड यूज हेक्टेयर में क्या होगा?
रेजिडेंशियल- 2477
कामशियल- 905.97
पीएसपी इंस्टीट्यूशनल- 1682.15
फैसिलिटी / यूटिलिटी- 198.85
इंडस्ट्री- 8811
ग्रीन पार्क / ओपेन एरिया- 3173.94
रिक्रेशनल- 420.60
वाटर बाडी- 150.65
ट्रैफिक और ट्रांसपोटेशन- 3282.59
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