राजस्थान के इस जिले की बल्ले-बल्ले, बनेगें फोरलेन, बाईपास और करोड़ों की लागत से सड़कें

Rajasthan News : अगले साल तक शेखावाटी, जो देश भर में शिक्षा और धार्मिक पर्यटन का एक प्रमुख स्थान बन जाएगी, में 2500 करोड़ से अधिक रास्ते बदल जाएंगे। केन्द्रीय सड़क व परिवहन मंत्रालय ने इसके लिए प्रयास शुरू कर दिया है। केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शेखावाटी में 2500 करोड़ रुपये की लागत से सड़क परियोजनाओं का ऐलान जयपुर में राज्यस्तरीय निवेशक सम्मेलन में किया है। सीकर, झुंझुनूं, चूरू और नीमकाथाना जिलों को नए परियोजनाओं से लाभ मिल सकेगा।
500 करोड़ रुपये की लागत से सीकर-लक्ष्मणगढ़-फतेहपुर बाईपास बनाया जाएगा। इससे सीकर, लक्ष्मणगढ़ और फतेहपुर में जाम से राहत भी मिल सकेगी। वहीं, सीकर से सटे झुंझुनूं जिले में 1400 करोड़ रुपये की लागत से झुंझुनूं-चिड़ावा-सिंघाना-पचेरी सड़क बनाई जाएगी। इसके अलावा, 600 करोड़ रुपये की लागत से सिंघाना-खेतड़ी-जसरापुर-नंगली सलेदी-भाटीवाड़ राजमार्ग का निर्माण भी मंजूर किया गया है।
रामू का बास से भढ़ाडर सड़क होगी फोरलेन, पांच पुलिया भी बनेंगे
रामूका बास से भढ़ाडर रोड पर वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कई बार जाम भी रहता है। ऐसे में अब सड़क रामू का बास से भढ़ाडर तक फोरलेन होगी। इस मार्ग पर सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए डिवाइडर भी बनाए जाएंगे। इसमें रामू का बास से भढ़ाडर तक पांच पुलिया भी बनाना होगा।
लक्ष्मणगढ़ व फतेहपुर मार्ग किया जाएगा, फोरलेन
सालासर और खाटू के श्रद्धालुओं की वजह से लक्ष्मणगढ़ और फतेहपुर में भी बढ़ा हुआ है। ऐसे में राजमार्ग लक्ष्मणगढ़ और फतेहपुर को फोरलेन करेगा। फोरलेन बनाने से सड़क दुर्घटनाओं में कमी आ सकेगी।
धार्मिक व एजुकेशन कॉरिडोर बनेगा
शेखावाटी एक धार्मिक और शैक्षणिक कॉरिडोर है, जो लगातार मजबूत हो रहा है। हर साल खाटूश्यामजी, सालासर, जीणमाता व शाकम्भरी आने वाले भक्तों की संख्या बढ़ती जाती है। दिल्ली, पंजाब और हरियाणा से हजारों विद्यार्थी स्कूल जा रहे हैं। भक्तों को भी बेहतर संपर्क मिलेगा।
बेहतर होगी, कस्बों की कनेक्टिविटी
600 करोड़ रुपये की लागत से सिंघाना-खेतड़ी-जसरापुर-नगलीसलेदी-भाटीवाड़ सड़क बनाने से कस्बों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। इस मार्ग की स्थापना से शेखावाटी के हजारों लोगों को प्रत्यक्ष लाभ होगा। यह मार्ग अभी भी उपलब्ध है, लेकिन वह जर्जर है। इसके बाद खेतड़ी से भाटीवाड़ की सीधी सड़क होगी। फिर गुढ़ागौड़जी की ओर जाएगा। इससे क्षेत्र की वृद्धि होगी।
बेहतर होगी परिवहन सुविधा
नई सड़कें बनाने और शेखावाटी में NH के तीन मार्गों का विस्तार करने से परिवहन सुविधा और बेहतर हो सकेगी। हालाँकि, दिल्ली जाने वाले परिवहन साधनों को एनएच की कमी से न सिर्फ अधिक ईधन बर्बाद हो रहा है, बल्कि धन भी बर्बाद हो रहा है।
दिल्ली जाने में समय बचेगा
1400 करोड़ रुपये की लागत से झुंझनूं-चिड़ावा-सिंघाना-पचेरी सड़क का निर्माण दिल्ली तक की दूरी को कम करेगा। नारनौल से पचेरी सीमा तक फोन लेन सड़क अभी बनाई जा रही है, लेकिन झुंझुनूं की सीमा पर पहुंचते ही काम रुक गया है। अब कार्य इस राशि से पचेरी से चिड़ावा तक होगा। फतेहपुर से मंडावा तक झुंझुनूं में भी काम तेजी से चल रहा है। इसके बाद राजमार्ग दिल्ली से फतेहपुर सीधे जुड़ जाएगा। झुंझुनूं से दिल्ली जाने में समय बचेगा। झुंझुनूं के अलावा सीकर, चूरू और नीमकाथाना जिले भी इस पुल से लाभान्वित होंगे।
नए उद्योगों की होगी, स्थापना
दिल्ली और जयपुर के बहुत करीब होने के बावजूद औद्योगिक क्षेत्र को बूस्टर डोज नहीं मिल रहा है। परिवहन की सुविधा मिलने से स्थानीय उद्योग जीवित रह सकेंगे। यह भी नए उद्यमों को जन्म देगा।
विकास कार्यों को मिलेगी, गति
सीकर के इंजीनियर दीपक पारीक ने बताया कि धार्मिक पर्यटन के लिए सीकर एक आर्थिक हब बन गया है। किसी भी क्षेत्र के विकास में रोल कनेक्टीविटी सबसे महत्वपूर्ण है। सड़क परिवहन मंत्रालय ने 2500 करोड़ रुपये के प्रोजेक्टों को मंजूरी दी, जिससे शेखावाटी में विकास और तेजी से हो सकेगा।