एक बार लागत से तीन बार कमाई देगी यह फसल, किसान हुआ मालामाल
Bihar News : बिहार के बेगूसराय जिले में एक किसान सिर्फ दो से ढाई बीघा में खेती कर लाखों रुपये कमाता है। किसान मौसम बिगड़ने की चिंता नहीं करता। खास बात यह है कि कृषक पारंपरिक खेती कर रहा है। किसान रामशरण दास ने बताया कि गन्ने का मीठापन उतना ही अच्छा होता है। उनका दावा है कि गन्ने की खेती टेंशन से मुक्त है, इसलिए यदि अन्य किसान भी इसे अपनाएं तो वे भी लाभ कर सकते हैं। उनका कहना था कि गन्ने की 36 और 88 प्रजातियां लगाई जाती हैं। गन्ने की खेती को नुकसान नहीं होता अगर अन्य फसलें प्राकृतिक आपदाओं से बर्बाद हो जाती हैं। खेती करने से अधिक मुनाफा मिलेगा।
कवर क्षेत्र, बेगूसराय जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर है, हर साल छह से सात महीने तक जल जमाव में रहता है। ऐसे में यह क्षेत्र गन्ना की खेती के लिए उपयुक्त है। रामशरण दास ने बताया कि उन्होंने पिछले 25 वर्ष से गन्ने की खेती की है। बिना टेंशन के गन्ने की खेती कर सालाना 5 लाख तक की आमदनी कमा रहे हैं। उनका कहना था कि प्राकृतिक आपदाओं से भी इसकी खेती कम प्रभावित होती है। ढाई बिघा में गन्ने की खेती कर आसानी से सालाना पांच लाख तक की आमदनी प्राप्त कर रहे हैं। हसनपुर चीनी मिल खरीद कर ले जाते हैं, इसलिए गन्ने की बिक्री भी सुरक्षित है।
तीन साल तक फसल मिलती है
रामशरण दास ने बताया कि गन्ने की खेती में पहले 15 हजार बीघा की लागत आधी हो जाती है क्योंकि इसमें बीज नहीं लगाना पड़ता है। गन्ने का एक बार लगाया बीज तीन साल तक चलता है। इसकी उपज हर साल बढ़ती जाती है। वर्तमान में गन्ना प्रति किलो 15 रुपये है। एक गन्ने का वजन 3 किलो से अधिक हो सकता है। वहीं, उन्होंने कहा कि गन्ने की खेती करने के लिए प्रशिक्षण आवश्यक है। हसनपुर चीनी मिल कर्मचारियों को भेजता है, लेकिन कोई लाभ नहीं मिलता।
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