उत्तर प्रदेश झांसी शहर अब चमकेगा, योगी राज में ऐसे बदलेगी किस्मत, एनबीसीसी ने लिया जिम्मा
UP News : उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के राज में प्रदेश का चहुमुखी विकास हुआ है. अब नोएडा ग्रेटर नोएडा के बाद एक और जिले की किस्मत पलटने वाली है. नई टाउनशिप से लेकर लग्जरी फ्लैट्स, बड़े-बड़े मॉल और विला यहां बनाए जाएंगे.
Bundelkhand News : उत्तर प्रदेश के कई शहरों का योगी राज में नक्शा ही बदल गया है. उत्तर प्रदेश के नोएडा, ग्रेटर नोएडा, नोएडा एक्सटेंशन, गाजियाबाद, लखनऊ, कानपुर और वाराणसी बड़े स्तर पर विकसित हुए हैं. अब इन जिलों के बाद झांसी की भी तस्वीर बदलने वाली है. इस शहर के विकास के बाद बुंदेलखंड इलाके की तस्वीर ही बदल जाएगी. झांसी को विकसित करने के लिए एनबीसीसी और झांसी विकास प्राधिकरण के एक समझौता हुआ है. इस समझौते में झांसी में खाली पड़े प्राधिकरण की जमीन को विकसित करने का प्लान है।
एमओयू हुआ साइन
झांसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष आईएएस अधिकारी आलोक यादव और एनबीसी के कार्यपालक निदेशक प्रदीप शर्मा के बीच एमओयू साइन हुआ है. बुंदेलखंड इलाके का झांसी सबसे बड़ा जिला है. इस एमओयू में झांसी के शहरी इलाकों को नए सिरे से विकसित किया जाएगा. इस योजना के माध्यम से आने वाले समय में एनबीसीसी सांसी में 710 करोड रुपए की लागत राशि से दो मुख्य भूखंडों का आवासीय निर्माण के लिए विकसित करने जा रही है.
एनबीसीसी ने बताया कि झांसी विकास प्राधिकरण के समझौते के बाद, परियोजना भविष्य में स्थानीय अन्य भूखंडों को विकसित करने में मदद करेगी। एनबीसीसी ने बताया कि मौजूदा एमओयू के तहत लगभग 12.28 एकड़ का भूखंड झांसी-कानपुर राजमार्ग पर है और मेडिकल कंपाउंड, कॉलेज रोड, कानपुर रोड, झांसी में लगभग 1.07 एकड़ का भूखंड है।
शहर को चमकाने की तैयारी
झांसी को विकसित करने में डिजाइन,निर्माण और प्रोजेक्ट स्थानांतरण की जिम्मेदारी इस समझौते के माध्यम से एनबीसीसी को सौंप गई है. इस योजना के विकास से जो भी राशि प्राप्त होगी उसको झांसी शहर के सौंदर्यकरण पर खर्च किया जाएगा. बता दें कि एनबीसीसी आने वाले समय में यहां पर कई योजनाओं का प्रबंधन और परामर्श सेवाएं देने के साथ-साथ यहां पर कई प्लाटिंग के लिए कार्य भी करेगा.
बुंदेलखंड इलाके का सबसे बड़ा जिला
उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड इलाके का सबसे बड़ा जिला झांसी है. झांसी की रानी के नाम पर इस शहर का नामकरण किया गया था. इतिहास के पन्नों में इस शहर का नाम 1857 की प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में ऐतिहासिक भूमिका के वजह से दर्ज है. झांसी जिले से तीन मुख्य राजमार्ग निकलते हैं. एनएच-27, एनएच-39 और एनएच-44 राजमार्ग झांसी शहर से गुजरता है.
बदल जाएगा स्थानीय लोगों का जीवनस्तर
इस शहर की वृद्धि बुंदेलखंड क्षेत्र की छवि बदल सकती है। यहां पर टाउनशीप विकसित की जाएगी। साथ ही बड़े-बड़े मॉल और विला लग्जरी फ्लैट्स और भूखंडों पर बनाए जाएंगे। इससे स्थानीय लोगों का जीवनस्तर सुधरेगा और हजारों युवा लोगों को काम मिलेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस क्षेत्र में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया है। झांसी भी नोएडा और ग्रेटर नोएडा से मुकाबला करेगी।