UP की ये 200 किलोमीटर रेलवे लाइन होगी डबल पटरी, रेल यात्रियों को बड़ा फायदा
रेल लाइन दोहरीकरण के दौरान जिले में पड़ने वाले 11 छोटे-बड़े रेलवे स्टेशनों का भी कायाकल्प होगा। इन स्टेशनों से रोजाना 12 जोड़ी ट्रेनें गुजरती हैं। इससे 20 हजार यात्री सफर करते हैं।
Saral Kisan, UP Railway : रेल लाइन दोहरीकरण के दौरान जिले में पड़ने वाले 11 छोटे-बड़े रेलवे स्टेशनों का भी कायाकल्प होगा। इन स्टेशनों से रोजाना 12 जोड़ी ट्रेनें गुजरती हैं। इससे 20 हजार यात्री सफर करते हैं। इस रेल लाइन पर ऊंचाहार में एनटीपीसी परियोजना और लालगंज में माॅडर्न रेल कोच फैक्टरी भी है। एनटीपीसी में जहां मालगाड़ियों का आवागमन अधिक होता है, वहीं रेल कोच में नए डिब्बों की रैक निकलती रहती है। अब तो रेल कोच में वंदेभारत ट्रेन भी बनने वाली है। ऐसे में रेल लाइन का दोहरीकरण किया जाना जरूरी हो गया।
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि बजट में 200 किमी. लंबी फाफामऊ-उन्नाव वाया कुंडा हरनामगंज रेल लाइन का दोहरीकरण भी शामिल है, जिसकी अनुमोदित लागत 1600 करोड़ रुपये है।
इन स्टेशनों का होगा कायाकल्प
फाफामऊ-उन्नाव रेल लाइन पर पड़ने वाले जिले के प्रमुख रेलवे स्टेशनों में ऊंचाहार, डलमऊ और लालगंज शामिल हैं। ऊंचाहार और डलमऊ से तीन रेल लाइन रायबरेली, प्रयागराज व उन्नाव के लिए निकलती हैं। रेल लाइन दोहरीकरण के दौरान इन तीनों स्टेशनों को चौड़ा करने, प्लेटफार्म बढ़ाने के साथ ही अन्य सुविधाएं मिल सकेंगी। इसके अलावा छोटे स्टेशनों और हॉल्ट में अरखा, ईश्वरदासपुर, मंझलेपुर, जलालपुर धई, बरारा बुजुर्ग, बहाई, निहस्था और रघुराज सिंह शामिल है। इन सभी जगहों पर भी कायाकल्प करके सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी।
गाड़ियों की संख्या में हो सकता है इजाफा
फाफामऊ-उन्नाव रेल लाइन का दोहरीकरण कार्य पूरा होने के बाद इस रूट पर गाड़ियों की संख्या भी बढ़ सकती है। अभी सबसे महत्वपूर्ण ऊंचाहार एक्सप्रेस समेत 12 जोड़ी ट्रेनें चल रही हैं। मालगाड़ियों का संचालन इस रूट पर ज्यादा होता है। कानपुर-प्रयागराज रूट बहुत अधिक व्यस्त है, जिससे उस रूट की गाड़ियां इधर से चलाई जा सकती हैं। इससे जिले के लोगों को पूरा लाभ मिल सकेगा।
पहले चरण में दिखने लगेगा काम का असर
रेल लाइन दोहरीकरण का असर पहले चरण में ऊंचाहार जंक्शन पर दिखने लगेगा, क्योंकि इस काम की शुरूआत फाफामऊ से होने की संभावना है। ऊंचाहार स्टेशन पर अभी सिर्फ चार रेल लाइनें और तीन प्लेटफार्म हैं। समस्याएं बहुत अधिक हैं, जिससे यात्रियों को जूझना पड़ता है। दोहरीकरण में स्टेशन पर न सिर्फ रेल लाइनें बढ़ेंगी, बल्कि प्लेटफार्मों की संख्या और उनकी लंबाई भी बढ़ाई जाएगी। ऊंचाहार स्टेशन से एक रेलवे लाइन एनटीपीसी होते हुए ऊंचाहार निकली है। सहायक मंडल अभियंता-प्रयाग राकेश कुशवाहा ने बताया कि दोहरीकरण के दौरान स्टेशनों पर कई नई लूप लाइनें भी बनेंगी। स्टेशनों का कायाकल्प किया जाएगा। दोहरीकरण का कार्य फाफामऊ से शुरू हो सकता है।
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