हड्डियों में कैल्शियम की मात्रा भरपूर रखते है ये बीज, पढ़ें सेवन करने का सही तरीका
Saral Kisan : आपने तिल खाने के बहुत से लाभ सुने होंगे और इसे अपने आहार में शामिल करने की सलाह दी जाती है। लेकिन हम दूध और अन्य डेयरी उत्पादों पर ही ध्यान देते हैं जब बात मजबूत हड्डियों की है। दूध में बहुत अधिक कैल्शियम होता है, इसलिए ऐसा होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दूध से भी अधिक कैल्शियम वाले खाने-पीने के कई उत्पाद हैं, जो आपकी हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए अच्छे हैं? तिल भी कैल्शियम से भरपूर भोजन का एक हिस्सा है। इसलिए आपको पता होना चाहिए कि मजबूत हड्डियों के लिए तिल को आपकी डाइट में भी शामिल कर सकते हैं। हम इस लेख में आपको हड्डियों के लिए तिल के लाभों के बारे में बताने वाले हैं, साथ ही इसका सही सेवन समय भी बताने वाले हैं।
तिल कैल्शियम
तिल में दूध से अधिक कैल्शियम होता है, जो शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करने में काफी मदद कर सकता है। 10 मिलीलीटर दूध में 125 मिलीग्राम कैल्शियम होता है। 100 ग्राम तिल के बीजों में लगभग 975 मिलीग्राम कैल्शियम है। यही कारण है कि हड्डियों की कमजोरी को दूर करने के लिए तिल को अपनी डाइट में शामिल करना बहुत महत्वपूर्ण है।
तिल खाने का सही समय
तिल को भी बहुत सावधानी से खाना चाहिए। तिल के तेल में बहुत अधिक कैल्शियम होता है, लेकिन इसकी तासीर गर्म है। गर्मियों के दिनों में इसका जरूरत से अधिक इस्तेमाल पेट की कई समस्याएं पैदा कर सकता है। यही कारण है कि सुबह इसे खाने का सबसे अच्छा समय है. यदि गर्मी अधिक है और आप दो चम्मच से अधिक खाना चाहते हैं, तो डाइटीशियन से संपर्क करें।
तिल के बीज के अन्य लाभ
तिल का सेवन करना सिर्फ मजबूत हड्डियां नहीं, बल्कि आपको कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी देता है, जिनमें अक्सर निम्न शामिल हैं:
1. कब्ज कम करें
तिल के बीज फाइबर का एक अच्छा स्रोत हैं, जो कब्ज को दूर कर सकते हैं। कब्ज से पीड़ित होने पर तिल के बीजों को अपनी डाइट में शामिल करने पर विचार करें।
2. कम बैड कोलेस्ट्रॉल
जैसा कि हमने आपको बताया है, तिल के तेल में बहुत सारे फाइबर होते हैं, इसलिए यह ट्राइग्लिसराइड और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी अच्छा काम कर सकता है।
3. ब्लड प्रेशर घटाएं
शरीर में बढ़ते ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए तिल को डाइट में शामिल करना भी संभव है। नियमित रूप से इसका सेवन हाई बीपी को नियंत्रित करने में मदद करता है और दिल की बीमारियों का खतरा भी कम करता है।
4. मधुमेह नियंत्रण में मदद
तिल के बीज को ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए भी भोजन में शामिल किया जा सकता है। डायबिटीज के मरीजों को इसमें मौजूद अन्य पोषक तत्वों से अन्य कई लाभ मिलते हैं।