कृषि जगत में तहलका मचा देगा ये उपाय, किसान होगें मालामाल
Saral Kisan : मुरादाबाद में रहने वाले 79 वर्षीय प्रगतिशील किसान रघुपत सिंह खुद एक शोध संस्थान हैं। पिछले 38 साल से वह सब्जियों का स्वाद बचाने की कोशिश भी कर रहा है। इस वक्त वह खुद 70 से अधिक विलुप्त हो रही सब्जियों की खेती कर रहे हैं और उनके बीजों को बचाकर दूसरे क्षेत्रों में भेजा जा रहा है। 1995 में प्रदेश सरकार ने उन्हें कृषि पंडित भी दी है। खेती की प्रक्रिया किसानों को लाभ दे सकती है।
बिलारी में रहने वाले किसान रघुपत सिंह मृत सब्जियों को बचाने में लगे हुए हैं। इसके लिए वह बीजों को बचाने और बढ़ाते हैं। रघुपत सिंह ने अपनी इस पहल से न सिर्फ ब्लॉक और जिले में बल्कि प्रदेश और देश भर में कृषि क्षेत्र में एक नई पहचान बनाई है। विलुप्त हो चुकी 55 से अधिक प्रजातियों को फिर से बनाया और उनका प्रचलन किया। 100 से अधिक नई किस्म की सब्जियां और वनस्पति भी बनाईं।
रघुपत सिंह ने कहा कि सब लोग खेती करते हैं, लेकिन वह कुछ अलग करना चाहते थे। वह खुद खेती करके तीन लाख से अधिक किसानों को खेती के नए तरीके सिखा चुका है। इनके द्वारा बनाए गए बीज को छोटे किसानों तक पहुंचाने का काम देश भर के खेती से जुड़े सभी संस्थान कर रहे हैं। रघुपत सिंह ने कहा कि वह किसानों को किस मौसम में कितना मुनाफा हो सकता है बताते हैं। रघुपत सिंह ने कहा कि आजकल किसान साधारण खेती विधि का उपयोग करते हैं। जो उन्हें सही उत्पादन नहीं देता। किसानों को इसलिए पारंपरिक खेती से बाहर कुछ नया करना चाहिए। जिससे खेती से अच्छा उत्पादन और अच्छा मुनाफा मिल सके। इसके लिए नए उपायों की खोज करनी होगी।
ऐसे बीजों को बचाने की शुरुआत हुई
1985 में, रघुपत सिंह ने चने का बीज लेने के लिए कानपुर गया था। Vacant व्यक्ति ने कहा कि राजमा की फसल को भी एक बार उगाकर देखो कि क्या मुरादाबाद में उगाया जा सकता है। वह उनके आदेश पर पहली बार राजमा लाए और मुरादाबाद में इसे उगाने में सफल रहे।
13 राष्ट्रीय पुरस्कार सहित 31 पुरस्कार मिल चुके हैं
सरकार ने कृषि क्षेत्र में उनके योगदान के लिए रघुपत सिंह को 13 राष्ट्रीय पुरस्कार दिए हैं। उन्हें ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर पर 18 पुरस्कार भी मिले हैं। कृषि क्षेत्र में सफलता और नवाचार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कृषि पंड़ित रघुपत सिंह की प्रशंसा की है।
आम स्वाद वाला अदरक कई बीमारियों का इलाज कर सकता है।
रघुपत सिंह का खजाने आम का स्वाद देता है। जो कई बीमारियों में फायदेमंद होता है। इसका सिर्फ केरल और गुजरात में उत्पादन होता है। किंतु रघुपत सिंह मुरादाबाद में इस अदरक का उत्पादन करते हैं। यह अदरक गैस का उपचार करता है। अदरक का सेवन स्त्री के गुप्त रोगों और जोड़ों के दर्द में भी फायदेमंद है।
राजमा की 32, तीन हल्दी, तीन मिर्च वैरायटी हैं
प्रगतिशील किसान रघुपत सिंह के पास राजमा की 32 वैरायटी, जिमीकंद की तीन, हल्दी की तीन, लोभिया की सात, मिर्च की सात और लौकी की कई वैरायटी हैं. सफेद मिर्च, बिहारी और बंगाल की तुरई भी हैं।
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