उत्तर प्रदेश के ये 23 बस स्टैंड हूबहू बनेगें एयरपोर्ट जैसे, 5 का नाम हुआ फाइनल
Saral Kisan : निजी सार्वजनिक सहभागिता (पीपीपी) से प्रदेश के बस स्टेशनों के कायाकल्प की परिवहन निगम की पहल को कैबिनेट ने हरी झंडी दे दी है। इस कड़ी में प्रदेश के 23 बस स्टेशनों को एयरपोर्ट की तर्ज पर आधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाया जाएगा।
फिलहाल, पांच प्रमुख शहरों के बस स्टेशन को डिजाइन बिल्ड फाइनेंस ऑपरेट एंड ट्रांसफर मॉडल (डीबीएफओटी) पर विकसित किया जाएगा, जिसके लिए आशय पत्र जारी करने की सहमति कैबिनेट ने मंगलवार को दे दी है। वहीं, शेष 18 बस स्टेशन के लिए पुन: निविदा आमंत्रित की जाएगी।
कैबिनेट ने जिन पांच बस अड्डों को पीपीपी मॉडल पर विकसित करने की अनुमति दी है, उनमें कौशांबी (गाजियाबाद), विभूति खंड (लखनऊ), सिविल लाइंस (प्रयागराज), पुराना गाजियाबाद, और आगरा फोर्ट शामिल आगरा फोर्ट शामिल हैं।
इन बस अड्डों के विकासकर्ताओं की बिड को सही पाते हुए चयनित एजेंसीज मेसर्स ओमैक्स लिमिटेड व मेसर्स एजी इंटरप्राइजेज को लेटर ऑफ इंटेंट जारी करने के संबंध में गत 16 मार्च को सचिव स्तरीय समिति की बैठक में सहमति दी गई थी, जिस पर अब कैबिनेट ने भी मुहर लगा दी है। कैबिनेट ने अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास विभाग द्वारा जारी निजी सार्वजनिक सहभागिता गाइडलाइन -2016 की संतुति के आलोक में यह सहमति दी गई है।
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