सेंधा व सफेद नहीं 10 प्रकार का होता हैं नमक, जाने कब होता हैं इनका प्रयोग
salt types: जैसा कि आप जानते हैं, साधारण नमक के बिना कोई जायका नहीं बनता है। नमक भी हमारे मूल स्वाद का हिस्सा है। आपको लगता है कि काला और सफेद नमक सिर्फ दो रंग हैं, लेकिन नमक दस रंगों का होता है। आइए इसका उपयोग कैसे करें..
how many type of salt: नमक एक ऐसी चीज़ है जिसके बिना किसी भी स्वाद की जरूरत नहीं है। हमारे रसोई में बनाई गई हर चीज बिना नमक के बेकार है। नमक कम होने से खाना बेस्वाद हो जाता है, लेकिन किसी भी मसाले की कमी बर्दाश्त कर सकते हैं। हमारे मूल स्वादों में से एक नमक है; इसमें नमकीन, खट्टा, फीका, तीखा और मीठा शामिल हैं। नमक एक या दो नहीं, बल्कि दस स्वादों का होता है, जिसका उपयोग भोजन से लेकर आयुर्वेद तक कई प्रयोजनों में किया जाता है।
टेबल साल्ट
यह आमतौर पर घरों में उपयोग होने वाला नमक है. यह जमीन के नीचे पाए जाने वाले लवणीय तत्वों से बनाया जाता है. इसमें मौजूद अशुद्धियों को साफ कर इसमें आयोडीन मिलकर इसका सेवन होता है. इसका इस्तेमाल घेंघा के उपचार के लिए किया जाता है.
कोशेर साल्ट
कोशरिंग नमक के दाने टेबल साल्ट की अपेक्षा मोटे और परत वाले होते हैं. इसका इस्तेमाल मीट के ऊपर छिड़कने के लिए होता है. यह तेजी से घुल भी जाता है.
समुद्री नमक
समुद्री नमक को समुद्र के जल को सुखाकर बनाया जाता है. बाकी नमक की अपेक्षा ये कम साफ और बड़े दाने वाला होता है. इसमें जिंक, पोटैशियम और आयरन जैसे पोषक तत्व पाए जाते है.
हिमालय नमक, सेंधा नमक और पिंक साल्ट के नाम से मशहूर इस नमक को सबसे साफ माना जाता है. इसे हाथ से खोदकर निकाला जाता है. इसका रंग फीके सफेद और गुलाबी के शेड्स में होता है.
सेल्टिक सी सॉल्ट
फ्रेंच में इस नमक को सेल ग्रीस के नाम से जाना जाता है. यह नमक फ्रांस के समुद्र तट पर मौजूद ज्वार भाटे से भरने वाले तालाबों से निकाला जाता है. मछली और मीट पकाने के लिए इस नमक को अच्छा माना गया है.
फ्लिउर दे सेल
इस नमक को फ्रांस की ब्रिटनी नामक जगह के ज्वार वाले पुल से निकाला जाता है. इसे दिन के दौरान सूर्य की रौशनी में निकाला जाता है. इसका उपयोग सीफूड, सब्जी, चॉकलेट, कैरेमल और मीट आदि के प्रयोग के लिए बढ़िया माना गया है.
काला नमक
यह सभी हिमालयी क्षेत्रों में पाया जाता गै। इसे भट्टी में चारकोल, जड़ी बूटी और छाल के साथ पैक करके पकाया जाता है। सेहत के लिए सेंधा नमक को बढ़िया माना गया है। पाचन एवं कई तरह के आयुर्वेद में दवा बनाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है।
फ्लेक साल्ट
इस नमक को वाप्पीकरण के माध्यम से निकाला जाता है। पतली परत वाले, गैर बराबर कण और सफेद रंग के इस नमक में खनिज की मात्रा कम होती है। इसे मीट आदि खाने के लिए इस नमक का उपयोग किया जाता है.
स्मोक्ड साल्ट
इस नमक को 15 दिनों तक लकड़ी की आग में धुंआ दिया जाता है. धुआं की वजह से इस नमक का स्वाद स्मोकी होता है. मीट और आलू पकाने के लिए इस नमक का इस्तेमाल होता है.