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Bihar में बनेगा राज्य का पहला एक्सप्रेसवे, उत्तर प्रदेश समेत 4 राज्यों का आपस में करेगा जुड़ाव

Varanasi Kolkata Express Way :बिहार से कई राज्यों को जोड़ने वाले वाराणसी कोलकाता एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य अभी भी शुरू नहीं हो पाया है। वाराणसी कोलकाता एक्सप्रेसवे बिहार से झारखंड बंगाल और उत्तर प्रदेश को जोड़ेगा।
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Bihar में बनेगा राज्य का पहला एक्सप्रेसवे, उत्तर प्रदेश समेत 4 राज्यों का आपस में करेगा जुड़ाव

Varanasi Kolkata Express Way : बिहार से कई राज्यों को जोड़ने वाले वाराणसी कोलकाता एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य अभी भी शुरू नहीं हो पाया है। वाराणसी कोलकाता एक्सप्रेसवे बिहार से झारखंड बंगाल और उत्तर प्रदेश को जोड़ेगा। वन विभाग की मंजूरी नहीं मिलने के कारण इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। 

राज्य में NH 61 के रूप में दर्ज यह सड़क बिहार का पहला एक्सप्रेसवे है। अधिकारियों ने बताया कि वन विभाग का कहना है कि निर्माण कार्य के लिए 70000 पेड़ नष्ट होंगे।  लेकिन NHAI का कहना है कि जांच के दौरान पता चला है कि केवल 30000 पेड़ ही काटे जाएंगे। 

वन विभाग की अनुमति मिलने पर विकल्प के तौर पर एलिवेटेड रोड का निर्माण शुरू किया जा सकता है। विभाग का कहना है कि रोड निर्माण के लिए 140 हैक्टेयर वन विभाग की भूमि का उपयोग हो रहा है। इसके बदले की जमीन वन विभाग को दी जाए। बिहार के मुख्य सचिव की अधिकता में हुई बैठक में सहमति बनी है कि वन विभाग को बांका और जमाई में इसके समान जमीन दी जाएगी और वन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा। 

वाराणसी से बिहार तक ऐसा होगा रूट 

इस सड़क की शुरुआत यूपी के काशी जिले के रेवासा गांव के निकट NH 19 से शुरू होकर बिहार के चांद में प्रवेश करेगी। यह सड़क चैनपुर, रामपुर, तिलौथू,कुटुंब, इमामगंज, संग्रामपुर से होते हुए झारखंड के हंटरगंज में प्रवेश करेगी। पश्चिम बंगाल में चतरा, पत्थलगड़ा, सिमरिया, चुरचू, पेटरवार, कसमार, जयपुर, पुरलिया, पूंछा, तलडंगरा, घाटल से होते हुए NH 16 पर जाकर मिलेगी। 672 किलोमीटर लंबी है सड़क उत्तर प्रदेश में 22.8 किलोमीटर, बिहार में 161.60 किलोमीटर, झारखंड में 202 किलोमीटर और पश्चिम बंगाल में 285 किलोमीटर लंबी होगी। 

इस तरीके से किया जाएगा निर्माण 

बिहार में बनाई जा रही इस सड़क का निर्माण सात चरणों में किया जाएगा। इसके लिए छह चरणों का टेंडर जारी किया जा चुका है और पांच बार काम भी जारी हो चुका है। इसी दौरान चरण 4 में कैमूर और सासाराम के बीच टनल का निर्माण किया जाएगा। NHAI की तरफ से जल्द टेंडर जारी कर दिया जाएगा। पहले चरण 27 किलोमीटर का है जिसमें 22 किलोमीटर का हिस्सा उत्तर प्रदेश की सीमा में है। 

यूपी बिहार वालों की हो जाएगी मौज 

वाराणसी कोलकाता एक्सप्रेसवे बनने के बाद बिहार सहित यूपी, झारखंड और बंगाल में आना जाना काफी आसान हो जाएगा। इस बाइक में इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद कोलकाता से वाराणसी की दूरी 7 घंटे रह जाएगी। आवा का मन तेज होने के कारण इन राज्यों के बीच व्यापार भी बढ़ेगा और हल्दिया बंदरगाह तक माल की आवाज आई आसान हो जाएगी। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण में ₹35228 करोड़ का खर्च आएगा और 18 शहरों से सीधा जुड़ा जायेगा। 

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