MP के इस शहर में बनाया जाएगा नया रिंग रोड़, 38 गांवों की जमीन से हो कर गुजरेगा
MP News : मध्य प्रदेश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर मोहन यादव सरकार बड़े स्तर पर काम कर रही है. मध्य प्रदेश में पूर्वी रिंग रोड को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है. पूर्वी रिंग रोड मध्य प्रदेश के 38 गांवों से होकर गुजरने वाली है. मध्य प्रदेश के पूर्वी रिंग रोड को लेकर प्रस्ताव पर मोहर लग चुकी है.
Indore Ring Road : मध्य प्रदेश में सिंहस्थ से पहले उज्जैन से जुड़ने वाली सड़कों का निर्माण किया जाना है. सिंहस्थ उज्जैन का एक महान त्यौहार है. बता दे की 12 सालों के अंतराल के बाद यह पर्व मनाया जाता है. सिंहस्थ से पहले इंदौर से लेकर उज्जैन को कनेक्ट करने वाली सड़कों का निर्माण करवाया जाना है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इंदौर शहर के आउटर रिंग रोड बनने वाली पूर्वी रिंग रोड 38 गांवों से होकर गुजरने वाली है. इससे पूर्वी रिंग रोड को लेकर जमीन चयनित करने का कार्य नहीं किया गया है।
38 गांवों से होकर निकलेगी सड़क
सिंहस्थ से पहले बनने वाली सड़कों में से आउटर पूर्वी रिंग रोड एक अहम योगदान निभाने वाली सड़क है. यह सड़क डाकाच्या से लेकर पीतमपुरा के बीच बनने वाली है. इस सड़क को लेकर जल्द ही प्रक्रिया शुरू होने वाली है. यह आउटर पूर्वी रिंग रोड 38 गांव से होकर निकलेगी मगर अभी तक इसको लेकर जमीन चयनित का कार्य नहीं किया गया है।
सड़क दो अलग-अलग भागों में बनाई जाएगी
इस सड़क की खास बात यह है कि निजी जमीन के छोड़कर सरकारी जमीन से मार्ग निकालने पर प्राथमिकता दी गई है । मार्ग का सर्वे अगले महीने से शुरू भी होगा। राज्य सरकार ने एमपीआरडीसी को इस सड़क का काम करने का जिम्मा सौंप दिया है।। सड़क निर्माण पर अभी निर्णय होना बाकी है। अधिकारियों का कहना है कि सड़क दो अलग-अलग भागों में बनाई जाएगी।
77 किमी लंबा होगा आउटर पूर्वी रिंग रोड
पूर्वी रिंग रोड डकाच्या से पीथमपुर के बीच 77 किमी लंबा होगा। जून महीने में जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने सड़क निर्माण के संबंध में प्रजेंटेशन जारी करते हुए अधिकारियों को सरकारी जमीन से सड़क बनाने पर जोर दिया। इसके बाद सरकारी विभाग की जमीन की जानकारी जुटाई जाती है, जिसमें राजस्व और वन क्षेत्र से सड़क निकाली जाती है। कंपेल, खुड़ैल, तिल्लौर, बड़गोंदा, पीथमपुर सहित 38 गांवों से पूर्वी रिंग रोड जुड़ेगा। अधिकारियों के अनुसार सड़क 38 और 39 किमी क्षेत्र में बनेगी। पूर्वी रिंग रोड से जुड़ा हुआ खसरा निर्धारित है। इन स्थानों से कितनी जमीन की आवश्यकता है, यह अभी स्पष्ट नहीं है।
इतना लगेगा समय
प्रदेश सरकार ने अभी तक तय नहीं किया है कि पूर्वी रिंग रोड को मप्र सड़क विकास निगम (MPRDC) या राष्ट्रीय सड़क राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) से बनाया जाएगा। सड़क बनाने के लिए 40 महीने का समय निर्धारित किया गया है। योजना के अलावा, अभी काम में सर्वेक्षण, जमीन अधिग्रहण, डिजाइन, एजेंसी सहित कई काम बाकी हैं। सड़कों को मार्च 2028 से पहले तैयार करना होगा।