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उत्तर प्रदेश में इस जिले के इन 35 गावों की बदलेगी किस्मत, योगी सरकार ने शहरी दायरा बढ़ाने को दी मंजूरी

UP News : उत्तर प्रदेश के इस जिले के 35 गांवों की तकदीर अब बदलने वाली है। उत्तर प्रदेश में बरेली विकास प्राधिकरण का गठन 1977 में हुआ था। जिस समय बरेली विकास प्राधिकरण का गठन हुआ उसे समय 158 गांव को इसमें शामिल किया गया था। अब बरेली विकास प्राधिकरण में 35 नए गांव को शामिल करने का बड़ा फैसला लिया गया है। 

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उत्तर प्रदेश में इस जिले के इन 35 गावों की बदलेगी किस्मत, योगी सरकार ने शहरी दायरा बढ़ाने को दी मंजूरी

Uttar Pradesh News : बरेली विकास प्राधिकरण का दायरा अब बढ़ने वाला है। प्रशासन की मंजूरी मिलने के बाद बरेली विकास प्राधिकरण की सीमा में 35 नए गांव को शामिल करने का रास्ता अब साफ हो गया है. जिस समय बरेली विकास प्राधिकरण का गठन हुआ उसे समय 158 गांव को शामिल किया गया था लेकिन मौजूदा समय 212 गांव इसमें शामिल है।

शासन की मंजूरी से बीडीए (बरेली विकास प्राधिकरण) की सीमा में 35 नए गांवों को शामिल किया जाएगा। अब शहर में सदर तहसील के पांच गांव, आंवला के 14 गांव और फरीदपुर के 16 गांव शामिल होंगे। इन गांवों में अब विकास कार्य तेजी से किए जाएंगे। अब यहां के लोग नक्शा प्राधिकरण से पास करवाकर निर्माण कर सकेंगे।

शुरू होगा भूमि अधिग्रहण

प्राधिकरण द्वारा बदायूं रोड पर प्रस्तावित एमएसएमई टाउनशिप और नाथधाम को भी इससे गति मिलेगी। अधिकारियों का कहना था कि संबंधित गांव बीडीए की सीमा में नहीं थे, इसलिए योजना पूरी नहीं हो पाई थी। अब बीडीए भूमि अधिग्रहण शुरू करेगा। बीडीए ने अपने डिमांड सर्वे में इन योजनाओं के लिए निवेशकों से लगभग 6,000 आवेदन प्राप्त किए हैं। ये परियोजनाएं अब धरातल पर उतर सकेंगे।

बीडीए सचिव योगेंद्र कुमार के अनुसार कैबिनेट ने 35 नए गांवों को बीडीए में शामिल करने की अनुमति दी है। इससे विकास का क्षेत्र बढ़ेगा। एमएसएमई नगर पालिका और नाथधाम के कार्यों में तेजी आएगी। जमीन खरीदना अब शुरू होगा। गांवों को विकसित करने के लिए नए कार्यक्रम बनाए जाएंगे। 

विकास कार्य पकड़ेंगे रफ्तार 

अब बीडीए की सीमा में आने वाले गांवों में अवस्थापना बजट से प्राप्त धन से विकास कार्य किए जाएंगे। अधिकारियों का कहना है कि जो गांव प्राधिकरण की सीमा में आते हैं, उनके विकास में मानचित्र की स्वीकृति, कंपाउंडिंग और अन्य उपायों से मिलने वाली राशि का उपयोग किया जाएगा। साथ ही इन गांवों में नए परियोजनाओं को शुरू करने के लिए प्रस्ताव भी शासन को भेजे जा सकेंगे।

16 गांव शामिल 

अधिशासी अभियंता एपीएन सिंह ने जानकारी देते हुए कहा की शाहजहांपुर रोड पर सीमा विस्तार में 16 गांव हैं। इस सड़क को छह लेन बनाया गया है। शाहजहांपुर रोड से जुड़ने के लिए भी एक बड़ा बाइपास बनाया जा चुका है। शाहजहांपुर रोड को बदायूं रोड से जोड़कर रामपुर रोड को जोड़ने के लिए एक नया बाइपास भी बनाया जा रहा है। बीडीए की सीमा में चार गांव हैं जो बीसलपुर रोड पर हैं। नैयतपुर गांव वर्तमान में बीसलपुर रोड पर प्राधिकरण की सीमा है।

16 सालों बाद हुआ विस्तार  

बीडीए का वर्तमान क्षेत्र 501.70 वर्ग किलोमीटर है। अब तक 264 गांव इसमें शामिल हुए हैं। इनकी संख्या अब 299 है। 16 वर्षों के बाद बीडीए ने ये सीमा बढ़ा दी है। बीडीए की स्थापना होते ही 19 अप्रैल 1977 को 198 गांव शामिल हुए। 23 मई 2008 को बीडीए ने 66 गांवों को शामिल किया।

नए क्षेत्रों में ये होंगे काम

विकास के कार्यों में सड़क निर्माण, गांवों को हाईवे से जोड़ना, खेल मैदान, नई आवासीय योजना, उद्यान, ग्रीन बेल्ट, खेल मैदान और वाणिज्यिक और उद्योग क्षेत्रों का भू-उपयोग निर्धारित किया जाएगा। साथ ही, गांवों में सड़कों के बीच में पुराने घरों को बचाने के लिए नालों और सड़कों की योजनाएं बनाई जाएंगी।

ये गांव हुए शामिल

सदर तहसील : लहवरी, भगवतीपुर, कमुआ कलां, नरोत्तम नगला, भीकमपुर माफी।

आंवला तहसील : अखा एहतमाली, नवदिया, बढ़रई कुईंया, मिलक मंशारामपुर, अखा मुस्तकिल, कोहनी परतापुर, मजनूपुर, भोजपुर, रफियाबाद, कैमुआ, सरदारनगर, चाढ़पुर, आलमपुर जाफराबाद,  वाहनपुर।

फरीदपुर तहसील : दहलऊ, समोची,  रसुइया, नवदिया देहा जब्ती, खमरिया, वाहनपुर, गौसगंज सराय, नौगवां, उदयपुर मोहनलाल, सराय पट्टी सब्दलपुर, सरकड़ा, इनायतपुर, मकसूदनपुर,  जेड़, मेगीनगला, मटिया नगला।
 

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