राजस्थान के अजमेर, उदयपुर समेत 7 जिलों से गुजरेगा बुलेट ट्रेन का ट्रैक, प्रदेश में बनेगा 657 किलोमीटर का रूट
Bullet Train Rajasthan: राजस्थान अब बुलेट ट्रेन युग की ओर बढ़ रहा है। जिस राज्य को कभी रेगिस्तान और सीमित संसाधनों के लिए जाना जाता था, वहां अब हाई-स्पीड रेल जैसे आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट आकार ले रहे हैं। इस कॉरिडोर को दिल्ली तक बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। यदि ऐसा होता है, तो राजस्थान में बुलेट ट्रेन का सपना पूरा हो जाएगा.

Rajasthan News: राजस्थान में आवागमन कनेक्टिविटी पहले से कहीं ज्यादा बेहतर हो रही है. प्रदेश में आपको रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के अलावा रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर बीटीसी विकसित किया जा रहा है. प्रदेश में इससे आगे अब राजस्थान के सात जिलों में बुलेट ट्रेन आपको दौड़ती हुई नजर आने वाली है. 878 किलोमीटर लंबे हाई स्पीड रेल कॉरिडोर का 75 प्रतिशत हिस्सा राजस्थान से होकर गुजरने वाला है जो राज्य में 657 किलोमीटर दूरी तय करने वाला है. साथ ही, सूचना मिली है कि इस कॉरिडोर को दिल्ली तक बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। यदि ऐसा होता है, तो राजस्थान में बुलेट ट्रेन का सपना पूरा हो जाएगा.
मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड कॉरिडोर देश भर में तेजी से बन रहा है। दिल्ली से अहमदाबाद के बीच प्रस्तावित 878 किलोमीटर लंबे हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर का 75 प्रतिशत भाग राजस्थान से गुजरेगा, जो राज्य के भीतर 657 किलोमीटर की दूरी तय करेगा।
300 किलोमीटर ट्रैक का काम पूरा
इस रूट की लंबाई लगभग 878 किलोमीटर होगी और उदयपुर, अजमेर, जयपुर और अलवर जैसे महत्वपूर्ण शहर से गुजरेगी। मुंबई-अहमदाबाद रूट, जो 508 किलोमीटर लंबा है, तेजी से बनाया जा रहा है, जिसमें 300 किलोमीटर ट्रैक का काम पहले ही पूरा हो चुका है। इस परियोजना के पूरा होने पर, इस कॉरिडोर पर एक बुलेट ट्रेन 350 km/h की गति से दौड़ेगी।
डीपीआर
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने फरवरी 2025 में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान एक लिखित उत्तर में पुष्टि की कि दिल्ली-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर का व्यापक डीपीआर तैयार कर लिया गया हैं। नावा शहर, जो जोधपुर रेलवे डिवीजन के अंतर्गत आता है, सांभर झील के पास राजस्थान में बुलेट ट्रेन के लिए एक हाई स्पीड ट्रायल ट्रैक बनाया जा रहा है। बता दें कि दिल्ली से अहमदाबाद के बीच प्रस्तावित 878 किलोमीटर लंबे हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर का 75 प्रतिशत भाग राजस्थान से गुजरेगा, जो राज्य के भीतर 657 किलोमीटर की दूरी तय करेगा।
बुलेट ट्रेन इन जिलों से गुजरेगी
दिल्ली-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर राजस्थान के अलवर, जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर और डूंगरपुर जिलों के 335 गांवों से गुजरेगा। मार्ग पर ग्यारह स्टेशन बनाने की योजना है, जिनमें से सात राजस्थान में होंगे। योजनानुसार, उदयपुर, डूंगरपुर (खेरवाड़ा), भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, अजमेर, किशनगढ़, जयपुर और अलवर (बहरोड़) में स्टेशन बनाए जाएंगे।
जोधपुर बुलेट ट्रेन की कनेक्टिविटी खराब
जोधपुर, प्रदेश का एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल, लंबे समय से हाई-स्पीड रेल सेवा का इंतजार कर रहा था। लेकिन इस बुलेट ट्रेन परियोजना में यह शहर शामिल नहीं होगा। अहमदाबाद-दिल्ली कॉरिडोर के पहले सर्वेक्षण और अंतिम डीपीआर से शहर को बाहर रखा गया। यही नहीं, ₹800 करोड़ की लागत से जोधपुर रेलवे डिवीजन में 64 किलोमीटर लंबा हाई-स्पीड टेस्ट रेलवे ट्रैक बनाया जा रहा है, जिस पर मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन चलेगी। जोधपुर से मुंबई और दिल्ली की यात्रा फिलहाल 11 से 16 घंटे लगती है।
उदयपुर को सबसे अधिक लाभ मिलेगा
उदयपुर में भी दिल्ली-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना का स्टेशन बनाया जाना है। उदयपुर को इससे काफी लाभ मिलेगा क्योंकि पांच नदियों और आठ टनल से होकर 127 किलोमीटर का ट्रैक बनाया जा रहा है। योजनाबद्ध ट्रैक दिल्ली के द्वारका सेक्टर 21 से शुरू होगा, गुरुग्राम के चौमा पर प्रवेश करेगा, फिर मानेसर और रेवाड़ी होते हुए अलवर के शाहजहांपुर बॉर्डर तक जाएगा। यह राष्ट्रीय राजमार्ग 48 का पैरेलल होगा, जो जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर से होकर अहमदाबाद पहुंचेगा।