उत्तर प्रदेश के इस जिले से निकलेगा 87 किलोमीटर का नया एक्सप्रेसवे, 3 घंटे का सफर 1 घंटे में होगा पूरा

Uttar Pradesh : ग्वालियर-आगरा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे में पेड़ों की कटाई की अनुमति मिलने के बाद अब ताज ट्रेपेजियम जोन में 755 पेड़ों की कटाई का रास्ता साफ हो गया है।
चंबल नदी पर हैंगिंग पुल सहित विभिन्न अनुमति के पास होने के बाद, अंततः पुल बनकर तैयार होने पर कई और समस्याएं दूर हो जाएंगी। ग्वालियर-आगरा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे छह लेन का होगा और 88 किमी दूर होगा। ध्यान दें कि 550 हेक्टेयर जमीन में से 95 प्रतिशत का मुआवजा निर्धारित किया गया है। प्री-कंस्ट्रक्शन प्रक्रिया भी लगभग 85 प्रतिशत पूरी हुई है।
इन राज्यों को जोड़ा जाएगा, एक साथ
ग्वालियर से आगरा के बीच चल रहे इस परियोजना में सबसे बड़ी चुनौती थी टीटीजेड में आ रहे 755 पेड़ों को काटने की अनुमति पाना। लेकिन कुल चार हजार पेड़ काटे जाएंगे। NHAI इसके बदले 1.24 लाख पेड़ लगाएगा। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश को एक दूसरे से जोड़ने के लिए अत्याधुनिक सड़क मार्गों का निर्माण किया जा रहा है। आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे ने पश्चिमी यूपी को एमपी से बेहतर तरीके से जोड़ा है।
आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे का बजट क्या है?
आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे के निर्माण से दोनों राज्यों को आसान तरीके से यातायात से जोड़ा जाएगा। यूपी और मध्य प्रदेश व्यापार, पर्यटन और औद्योगिक क्षेत्रों से जुड़ सकेंगे। नई हाईटेक सड़क बनाने के लिए 4613 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। यह नया एक्सप्रेसवे, आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे, लगभग 87 किलोमीटर का होगा। वर्तमान में आगरा से ग्वालियर के बीच 121 किलोमीटर की दूरी तय करने में ढाई से तीन घंटे लगते हैं। लेकिन जब नया एक्सप्रेसवे बन जाएगा, तो यह दूरी सिर्फ एक घंटे की होगी।
आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे 6 लेन हाई स्पीड कॉरिडोर
आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे पर 6 लेन हाई स्पीड कॉरिडोर का निर्माण बिल्ड ऑपरेटर ट्रांसफर (BOT) द्वारा किया जाएगा। एक्सप्रेसवे आगरा के देवरी गांव से शुरू होगा और धौलपुर, मुरैना से होकर पिपरसेवा, उराहना से रायरू-झांसी बायपास से सुसेरा गांव तक जाएगा। 505 हेक्टेयर जमीन चार जिलों को दी जाएगी। आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे राजस्थान के धौलपुर और मध्य प्रदेश के मुरैना के 30 गांवों से गुजरेगा। यह ग्वालियर एक्सप्रेसवे से सुरेरा गांव (ग्वालियर) को जोड़ेगा। इस मार्ग पर 47 पुलिया, चार छोटे पुल और पांच बड़े पुल बनाए जाएंगे।
ग्वालियर हाईवे से जोड़ने के लिए बनाया जाएगा, इनर रिंग रोड
इनर रिंग रोड (Inner Ring Road) यमुना एक्सप्रेसवे को ग्वालियर हाईवे से जोड़ने के लिए बनाया जाएगा। तीन चरणों की रोड की पहली दो चरण पूरी हो चुकी हैं। आगरा-ग्वालियर ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे पर इनर रिंग, यमुना एक्सप्रेसवे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे बहुत ही आसानी से चलेंगे। इस राजमार्ग को तीन और राजमार्गों से जोड़ा जाएगा। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे भी इससे जुड़ेंगे।
अन्य इकाइयां और रोजगार
आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे से ग्वालियर, झांसी, शिवपुरी, मुरैना और दतिया के लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। यात्रियों को इस मार्ग के किनारे होटल, रेस्तरां और अन्य सेवाएं मिल जाएंगी, और स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से काम मिलेगा।