Tea : चाय बनाते समय इन गलतियों की वजह से बिगड जाता हैं इसका स्वाद, नहीं जानते होगें
Saral Kisan : ज्यादातर लोग चाय के साथ दिन की शुरुआत करते हैं, क्योंकि उनका मानना है कि अगर सुबह की चाय अच्छी मिल जाए तो पूरा दिन अच्छा जाता है। चाय की खासियत यह है कि सिर्फ चार चीजों से बनने वाली ये चाय कई तरीकों से बनाई जाती है और हर व्यक्ति का अपना अलग टेस्ट है। हर राज्य चाय की अपनी अलग रेसिपी बनाता है। चीनी या गुड़, अगर कोई नमक के साथ बनाता है। दूध के साथ बनाया जाता है, तो दूध के बिना बनाया जाता है।
साथ ही, आपने शायद देखा होगा कि आपके घर में भी चाय कई तरह से बनाई जाती है या फिर आपके दोस्तों और रिश्तेदारों ने अलग-अलग तरह से चाय बनाई होती है। लेकिन चाय बनाने का सही तरीका क्या है?
कई तरह की चाय बनती है -
वैसे तो कई तरह की चाय बनाई जाती है और हर चाय का चाय बनाने का एक खास तरीका होता है. जैसे ग्रीन टी, ब्लैक टी, ऑलॉन्ग टी, माचा टी, हर्बल टी, व्हाइट टी, ब्लेंड्स टी. हर चाय के उबालने का तरीका अलग अलग होता है. वैसे सामान्य तौर पर एक दूध वाली और बिना दूध वाली चाय बनाई जाती है. हेल्थ के हिसाब से और पुराने इतिहास के आधार पर तो चाय बनाने का तरीका तो बिना दूध के ही है. लेकिन, आम तौर पर दूध वाली पीली रंग की चाय सबसे ज्यादा पी जाती है.
क्या करते हैं गलतियां?
अक्सर लोग चाय बनाके वक्त कुछ गलतियां कर देते हैं, जिससे ना सिर्फ चाय का टेस्ट अच्छा आता है, बल्कि आपका सामान भी वेस्ट होता है. जैसे कई लोग सबसे पहले दूध डालते हैं और उसे पकाते हैं फिर उसमें पानी चाय आदि डालते हैं, जो गलत है. गर्म दूध में पानी डालने से एक बार फिर आपको लंबे टाइम तक दूध उबालना पड़ता है और उससे दूध वेस्ट होता है और गैस भी ज्यादा खर्च होती है. कई लोग सबसे आखिरी में चाय डालते हैं, जो भी गलत प्रेक्टिस है. चाय को अच्छे से उबलने देना चाहिए, जिससे कम चाय में भी आपको टेस्ट और खूशबू दोनों मिलती है.
क्या है चाय बनाने का सही तरीका?
वैसे तो यह आपके स्वाद पर निर्भर करता है, लेकिन ब्रिटिश स्टैंडर्ड इंस्टिट्यूशन (BSI) ने चाय बनाने का आइडल तरीका बताया है, जिसे चाय बनाने का सही तरीका माना जाता है. खास बात ये है कि पुराने शहरों में लंबे समय से चाय बेच रहे बड़े व्यापारी भी इस तरह से चाय बना रहे हैं. लेकिन, आपको बता दें कि अच्छी चाय बनना आपके टेस्ट, चाय की क्वालिटी आदि पर निर्भर करता है. सामान्य तौर पर चाय बनाने का एक तरीका है, जिसमें आपको दो बर्तन की आवश्यकता होती है.
एक बर्तन में आपको सिर्फ दूध उबालना चाहिए. एक बर्तन लें और धीरे-धीरे दूध को उबलने दें और कोशिश करें कि दूध को बीच-बीच में हिलाते रहें. इसके अलावा दूसरे बर्तन में सबसे पहले चाय के लिए पानी चढ़ाएं और पानी की मात्रा दूध के बराबर मात्रा में होना चाहिए या थोड़ा कम हो सकता है. फिर पानी को गर्म होने के बाद उसमें चायपत्ती डालें, जो चीनी की मात्रा से कम डाली जानी चाहिए. चाय को अच्छे से उबलने दें और चीन अपने स्वाद के अनुसार डाल लें. इसके बाद अगर आप अदरक, लौंग, काली मिर्च जो भी डालना चाहते हैं तो वो डाल सकते हैं, जबकि सामान्य चाय में इनकी आवश्यकता नहीं है.
इसके साथ ही दूध को अच्छे से उबाललें और एक तरफ चाय वाले पानी को उबलने दें. अच्छे से उबलने के बाद दूध को चाय में मिला दें और ज्यादा गर्म ना करें और एक उबाल के बाद उसे छान लें. दूध पानी की मात्रा के हिसाब से ही डालना चाहिए. कई लोग गर्म पानी को पहले छानने और उसके बाद दूध मिलाने के लिए कहते हैं. यानी दूध और चाय को मिक्स करके ज्यादा समय तक नहीं उबालना चाहिए.