Success Story:इस बिजनेस ने युवा किसान की बदल दी किस्मत, साल भर में बन गया लखपति
Saral Kisan: अगर आप भी ऐग्रिकल्चर से जुड़कर मोटा लाभ कमाना चाहते है तो आज हम आपके लिए लेकर आए है रक शानदार बिजनेस. आज बात करते है महाराष्ट्र के लातूर जिले के रहने वाले ज्योतिराम हवाल ने नर्सरी का बिजनेस शुरू किया, जिससे उन्हें काफी लाभ हुआ. प्लांट नर्सरी (Nursery Business) कम पैसे में बिजनेस शुरू करने का जबरदस्त आइडिया है. फिलहाल उनका सालाना टर्नओवर 10 लाख रुपये के लगभग है.
एग्रीकल्चरल साइंस में डिप्लोमा होल्डर करने वाले ज्योतिराम हवाल ने ओरनामेंटल, फल और सब्जी फसलों की कमर्शियल नर्सरी शुरू की. साईसृष्टि नर्सरी न केवल फलों और सब्जियों की गुणवत्ता रोपण सामग्री की आपूर्ति की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम है, बल्कि लैंडस्केपिंग और वर्टिकल गार्डनिंग के लिए शहरी निवासियों की जरूरतों को भी पूरा करती है. ज्योतिराम श्रीराम प्रतिष्ठान मंडल, उस्मानाबाद में एग्री-क्लीनिक और एग्री-बिजनेस सेंटर (एसी और एबीसी) योजना के तहत एक ट्रेंड एग्रीप्नयोर हैं. इस बिजनेस ने युवा किसान की बदल दी किस्मत, साल भर में बन गया लखपति.
ज्योतिराम ने साईसृष्टि नर्सरी एंड गार्डेन डेवलपर्स की शुरुआत के लिए लातूर जिले के बैंक ऑफ महाराष्ट्र से 5 लाख रुपये का लोन लिया. इस पर उनको नाबार्ड (NABARD) से 36 फीसदी सब्सिडी मिली. उसने किसानों की जरूरतों को पूरा करने के लिए सभी आवश्यकताओं से सुसज्जित नर्सरी की स्थापना की है. वह विश्वसनीय स्रोतों से आम, आंवला, अमरूद, संतरा, अनार और गुणवत्ता वाली सब्जियों के बीज आदि प्राप्त कर रहे हैं.
मैनेज के मुताबिक, ज्योतिराम ने 30,000 रुपये के खुद के निवेश और 5 लाख रुपये बैंक लोन के साथ पहले साल 10 लाख रुपये की कमाई की. उसने एग्रीप्रेन्योर को सलाह दी है कि नर्सरी कम निवेश में प्रॉफिटेबल बिजनेस है.
ये पढ़े: डेयरी फार्म खोलना हुआ आसान, किसानों को मिलगी दुधारू पशु खरीदने पर बंपर सब्सिडी