राजस्थान में पुरानी पेंशन के लिए संघर्ष रहेगा जारी, भारतीय रेलवे 1 लाख 70 पदों पर निकलेगी भर्ती
Rajasthan News : पुरानी पेंशन योजना, ओपीएस लागू करने की मांग को लेकर एनएफएफए की लड़ाई जारी रहेगी। भारतीय रेलवे में लंबे समय से 1.70 लाख पद खाली हैं। इन्हें भरा नहीं जा रहा है। ऐसी गतिविधियों से रेलवे की सुरक्षा और संचालन प्रभावित होने की आशंका है। एनएफए के महासचिव एम राघवैया ने यह बात कही। राघवैया पश्चिम मध्य रेलवे मजदूर संघ की केंद्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक और क्षेत्रीय युवा सम्मेलन को संबोधित करने आए थे।
राघवैया ने कहा कि पिछले कुछ सालों में रेलवे में 19 हजार किलोमीटर नई पटरी बिछाई गई है। ज्यादातर पटरियां विद्युतीकृत हैं लेकिन वर्ष 2020 से नए पदों पर भर्ती पर रोक है। उन्होंने रेलवे में रनिंग कर्मचारियों को दिए जाने वाले किलोमीटर भत्ते को टीए के समान उनकी आय का 70 फीसदी बढ़ाने, महिला रेलकर्मियों को सुविधाएं और अनुकूल माहौल देने, सुरक्षा संबंधी सेवानिवृत्ति योजना को फिर से लागू करने और उपचार सुविधाओं को बेहतर बनाने की जरूरत बताई। बताया। बढ़ती महंगाई के बावजूद रेलवे कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन संशोधित नहीं किया जा रहा।
ऑल इंडिया रेलवेमेन्स फेडरेशन के आह्वान पर कोटा सहित देशभर के रेल कर्मचारी 12 जुलाई को विरोध प्रदर्शन कर सरकार को चेतावनी देंगे तथा नई पेंशन योजना को समाप्त कर सभी के लिए गारंटीशुदा पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग करेंगे। इसी कड़ी में वर्कशॉप गेट पर आमसभा हु
महामंत्री मुकेश गालव ने बताया कि फेडरेशन के आह्वान पर कल पूरे कोटा मंडल के शाखा मुख्यालयों, कार्यालयों, यूनिटों पर पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। मांग के समर्थन में धरना देकर रेल कर्मचारी केन्द्र सरकार को चेतावनी देंगे कि यदि पुरानी पेंशन की मांग पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया गया तो रेल कर्मचारी चुनाव से पूर्व घोषित रेल हड़ताल का निर्णय लेकर आगे बढ़ेंगे।
बैठक में इरशाद खान, नरेश मालव, मनोज श्रीवास्तव, घनश्याम मीना, मनोज गुप्ता, पीयूष मोर्य, जसवंत सिंह, आरपी मीना, गौरव कश्यप, ओमप्रकाश राजपूत, रईस, अनिल शर्मा, सुधीर शर्मा, चेतराम मीना, कमलेश मीना, नजीर, आशीष कटारा, विकास नागर, प्रवीण वर्मा, गीता पेसवानी, बबीता मौजूद रहे।