Delhi Mumbai Expressway के इस स्पॉट पर होने लगती है पत्थरों की बरसात, पुलिस बढ़ाएगी पेट्रोलिंग
Delhi Mumbai Expressway : यह दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे मध्य प्रदेश के कई जिलों से होकर गुजरता हैं। इस आठ लेन वाले एक्सप्रेसवे पर तेज रफ्तार से गाड़ियां चलती है। इस एक्सप्रेसवे का ज्यादातर हिस्सा मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में आता है। पिछले कुछ महीनों में रतलाम जिले के दायरे में आने वाले इस एक्सप्रेसवे पर ऐसी अजीब घटनाएं घटी हैं, जिसे देखकर आप भी कहेंगे कि इस आठ लेन एक्सप्रेसवे पर सफर करने वालों के लिए बड़ा खतरा है। ऐसा इसलिए क्योंकि रतलाम जिले में एक बार फिर इस एक्सप्रेसवे पर पत्थरबाजी हुई है। इस घटना के दौरान बहुत सी गाड़ियों के शीशे टूट गए हैं। इसके पश्चात, इस एक्सप्रेसवे पर सफर करने वाले लोगों के मन में डर बैठ गया है।
इस घटना के बारे में विस्तार से
दरअसल शनिवार की रात को शिवगढ़ क्षेत्र में एक्सप्रेसवे पर अचानक से पत्थरबाजी शुरू हुई। यह पत्थरबाजी कुछ समय तक जारी रही। लेकिन पत्थरबाजी की इस घटना के समय 10 गाड़ियों के शीशे चकनाचूर हो गए। यह पत्थर सीधे जाकर गाड़ियों के शीशे पर गिरे थे। इस दौरान एक ड्राइवर की आंख में कांच गिर गया, इसके बाद उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती करवाया गया। हालांकि पुलिस सुरक्षा के दावे यहां पर खोखले साबित हुए हैं। यह बताया गया है कि पास के गांव के लोग गोफन का इस्तेमाल पत्थरबाजी करने के लिए कर रहे हैं।
अचानक हुई, पत्थरों की बारिश
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर गाड़ियों की रफ्तार काफी तेज होती है। शिवगढ़ में एक बावड़ी के पास से अचानक हुई पत्थरों की बारिश शुरू हुई। इन पत्थरों की अचानक हुई बारिश बारिश के कारण रात होने की वजह से सभी गाड़ियों के ड्राइवर परेशान हो गए। इन गाड़ियों पर अचानक से पत्थर दनादन गिरने लगे। जिसकी वजह से गाड़ियों के ड्राइवर और तेज रफ्तार में वहाँ से भगाने लगे। इस बीच कर के साथ एक ट्रेलर गाड़ी का कांच टूट गया और ड्राइवर की आंख में घुस गया। यह पत्थर एक से दो किलो के होते हैं।
बम के जैसे टूटा गाड़ी का कांच
इस दौरान, घायल हुए ड्राइवर ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि कांच पर जब पत्थर गिरा तो ऐसा लगा कि बम फूट गया हो। कांच फूटने के बाद पत्थर या तो बाहर गिरता है या गाड़ी के अंदर गिरता है। ड्राइवर के अनुसार यह घटना रात के 11:30 से 12 बजे के बीच हुई थी। उन्होंने यह भी बताया कि इस घटना के दौरान सभी लोग डर गए थे। सभी गाड़ियों के कांच टूटे हुए थे। मगर कोई रुका नहीं और सभी लोग वहाँ से गुजरते गए।
सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
हालांकि, इस एक्सप्रेसवे पर पत्थरबाजी होने की यह कोई पहली घटना नहीं है। बल्कि से पहले भी इन गांवों के सामने पत्र बड़ी होती रही है। रतलाम के एसपी नें बताया कि कुछ समय पहले ग्रामीणों को समझने के बाद पत्थरबाजी बंद हो गई थी। अभी फिर से उन्हें समझाया जाएगा। वही ऐसी घटनाओं के बाद हाईवे से गुजरा और भी खतरनाक होता जा रहा है। इस पर हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में होने वाली मीटिंग में हम लोगों की सुरक्षा के मुद्दों को उठाएंगे और साथ ही सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएंगे।