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Rishikesh: एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण कार्रवाई से चार गांवों का रास्ता होगा बंद

Rishikesh News : देहरादून में के जौलीग्रांट में एयरपोर्ट के निर्माण के लिए अधिग्रहण की गई जमीन पर नया रास्ता दिए बिना ही ध्वस्तीकरण का काम शुरू कर दिया। चार गांव का रास्ता बंद हो गया जिसकी वजह से ग्रामीणों में आक्रोश। एयरपोर्ट के निर्माण के लिए 1.95 हेक्टेयर जमीन ली गई।

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Rishikesh: एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण कार्रवाई से चार गांवों का रास्ता होगा बंद

Rishikesh News : ऋषिकेश में देहरादून एयरपोर्ट का निर्माण करने के लिए चोरपुलिया की साइड जौलीग्रांट तथा अठूरवाला की 1.95 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया गया है। जमीन अधिग्रहण करने के बाद मुआवजा राशि भुगतान कर दी गई है। इसके बाद भूमि से कब्जा हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। ली गई जमीन ऋषिकेश के मुख्य मार्ग से जोड़ने वाले मार्ग के बीच में है। जो अधिग्रहण की कार्रवाई के बाद बंद कर दिया जाएगा।

युकाडा के अधिकारियों के अनुसार इलाके के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया में नए रास्ते का प्रावधान है। नियम के मुताबिक  पहले इलाके के लोगों के लिए नए रास्ते की व्यवस्था की जानी चाहिए थी। उसके बाद ली गई जमीन से कब्जे हटाए जाने चाहिए थे। क्योंकि कब्जा हटाने की कार्रवाई के बाद में मालवी आदि से रास्ता बंद हो सकता है। रास्ते के बंद होने से चार गांव के लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ेगी। मार्ग में आने वाले कोठारी मोहल्ला, बागी, सैनिक मोहल्ला, बिचली जौलीग्रांट, तथा एयरपोर्ट कर्मचारियों का आवागमन बिल्कुल बंद हो जाएगा।

इन चार गांव के सैकड़ो लोग खास कर स्कूल कॉलेज आदि जाने वाले विद्यार्थीयों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। पीछे काफी साल पहले वर्ष 2006-07 मैं एयरपोर्ट के पहले विस्तारीकरण में करीब पांच रास्ते बंद हो गए थे। स्थानीय लोगों के एक महीने तक धरना प्रदर्शन करने के बाद भी रास्ता नहीं दिया गया। इसके बाद जौलीग्रांट अस्पताल प्रशासन ने तकरीबन 12 फीट का एक रास्ता गांव वालों को दिया था। अभी इस रास्ते का  चोरपुलिया की साइड जाने वाला हिस्सा अधिग्रहण की गई भूमि में चला गया है। वही यकाड़ा तथा प्रशासन बिना नया रास्ता दिए अधिग्रहण तथा ध्वस्थिकरण की कार्रवाई में लगे हुए है।

निवर्तमान सभासद राजेश भट्ट ने कहा साल 2006-07 में इलाके के लोगों के पास रास्ते बंद हुए थे। स्थानीय लोगों के काफी संघर्ष करने के बाद शंकर रास्ता मिला था जो दूसरी अधिग्रहण में बंद होने वाला है। इसलिए कार्रवाई से पहले संबंधित विभाग को लोगों के लिए नया रास्ता बना कर देना चाहिए।

स्थानीय विधायक बृजभूषण गैरोला कहां लोगों का यह रास्ते बंद नहीं होने दिए जाएंगे। इसके लिए परियोजना से संबंधित अधिकारियों से बातचीत कर समस्या का समाधान निकाला जाएगा। जल्द ही मौके पर जाकर स्थिति को देखा जाएगा।

वही युकाडा के अध्यापित अधिकारी मोहनलाल आर्य ने बताया जमीन अधिग्रहण में पुराना रास्ता बंद हो जाएगा। इलाके के लोगों के लिए तकरीबन 15 फुट नए रास्ते की व्यवस्था की गई है। जिससे ग्रामीण आसानी से आवाज आई कर सकेंगे। जल्द ही लोगों को नया रास्ता दे दिया जाएगा।

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