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NCR के इस शहर में बनेंगे रीडिंग रूम, लाखों बच्चों को मुफ़्त मिलेगी शिक्षा

Faridabad News : एनसीआर के इस शहर में आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों खेती सरकार ने एक अच्छी पहल की है। आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चों को मुफ्त पढ़ाने की योजना तैयार की गई है. सरकार के सुझाव पर निगम ने पूरे शहर में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों के लिए रीडिंग रूम बनाने की योजना तैयार की है।

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NCR के इस शहर में बनेंगे रीडिंग रूम, लाखों बच्चों को मुफ़्त मिलेगी शिक्षा

Haryana News : फरीदाबाद नगर निगम ने एक बहुत अच्छी पहल की है। सरकार के सुझाव पर निगम ने पूरे शहर में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों के लिए वाचनालय बनाने की योजना तैयार की है। जिसमें बच्चे बिना फीस दिए पढ़ सकेंगे। निगम के एक डिवीजन में कम से कम 5 रीडिंग रूम बनाए जाएंगे। इनमें कंप्यूटर भी होंगे। पूरा वाचनालय वातानुकूलित होगा। 

चीफ इंजीनियर बीके कर्दम ने सभी जोन के एक्सईएन को पत्र लिखकर कहा है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में स्थान चिह्नित कर रिपोर्ट तैयार कर एक सप्ताह के भीतर उपलब्ध कराएं। ताकि उनका एस्टीमेट तैयार किया जा सके। एक वाचनालय में कम से कम 20 से 50 विद्यार्थियों के बैठने की व्यवस्था होगी। सरकार के सुझाव पर नगर निगम ने यह पहल शुरू की है।

प्रत्येक जोन में बनेंगे पांच रीडिंग रूम

नगर निगम के मुख्य अभियंता बीके कर्दम ने बताया कि शहरी क्षेत्र में पांच जोन हैं। प्रत्येक जोन में कम से कम पांच वाचनालय बनाने की योजना है। सभी एक्सईएन को एक सप्ताह के भीतर जगह चिह्नित कर रिपोर्ट देने को कहा गया है। निगम केवल सरकारी भवनों में ही वाचनालय बनाएगा। उन्होंने बताया कि औसतन एक वाचनालय बनाने में करीब 5 से 7 लाख रुपये का खर्च आ सकता है। इस प्रोजेक्ट को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा। 2 अक्टूबर या 26 जनवरी 2025 तक इन्हें शुरू करने का प्रयास किया जाएगा।

बीपीएल परिवारों के डेढ़ लाख से अधिक बच्चे 

खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो जिले में आर्थिक रूप से कमजोर (बीपीएल) परिवारों की संख्या 3.30 लाख है। इनमें से करीब 2 लाख परिवार शहरी क्षेत्रों में रहते हैं।  हरियाणा अभिभावक एकता मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा का कहना है कि फरीदाबाद ब्लॉक में करीब 55 हजार और बल्लभगढ़ ब्लॉक के सरकारी स्कूलों में 55 हजार बच्चे पढ़ते हैं। 12वीं कक्षा तक विभिन्न कक्षाओं में करीब 20 हजार बच्चे पढ़ रहे हैं। इसके अलावा आईटीआई और विभिन्न कॉलेजों में गरीब परिवारों के बच्चे भी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। ऐसे में यह आंकड़ा सवा से डेढ़ लाख तक पहुंच जाता है। उनका कहना है कि नगर निगम की इस योजना से लाखों बच्चों को सुविधा मिलेगी।

ये मिलेगी सुविधाएं 

मुख्य अभियंता ने बताया कि रीडिंग रूम वातानुकूलित होंगे। इनमें कंप्यूटर और प्रिंटर भी होंगे। इंटरनेट की भी व्यवस्था होगी। पावर बैकअप के लिए इनवर्टर लगाए जाएंगे। पीने के पानी और शौचालय की सुविधा भी होगी। गार्डिंग के लिए मैनपावर तैनात की जाएगी। रीडिंग रूम का रखरखाव निगम करेगा। उन्होंने बताया कि बच्चों को सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक रीडिंग रूम की सुविधा मिलेगी। 

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