राजस्थान की धरती उगलेगी अब तांबा, गुणवत्ता और खनन की जांच प्रक्रिया शुरू
Rajsthan News : राजस्थान की धरती पर अब तांबा और अन्य खनिज के लिए महत्वपूर्ण है. राजस्थान में इस जिले में 8 किलोमीटर लंबे बेल्ट में तांबे के भंडार मिले हैं. केंद्र सरकार यहां अन्वेषण और खनन के लिए निजी कंपनियों के प्रस्तावों पर विचार कर रही है।
Ajmer News : अजमेर जिले के साथ संभाग के चारों जिले खनिज के लिहाज से महत्वपूर्ण हैं। अजमेर में लेड जिंक की माइन्स के साथ ही अन्य खनिज की भी कमी नहीं है। लेड जिंक की आस-पास के क्षेत्र में और भी संभावनाओं को देखते हुए अब फिर से सर्वे शुरू किया गया है।
तांबा, चांदी और जिंक भंडार
अजमेर जिले के मोहनपुरा-फरकिया क्षेत्र में करीब आठ किलोमीटर बेल्ट में तांबे के भंडार मौजूद हैं। प्रारंभिक सर्वेक्षण के बाद खान विभाग ने इस क्षेत्र में खनन कार्य के लिए निदेशालय को प्रस्ताव भेजा है। इस बेल्ट में तांबा, चांदी और जिंक भंडार होने की पुष्टि हो चुकी है। फिलहाल इस खनिज की गुणवत्ता और खनन लागत को लेकर जांच की जा रही है। निदेशालय की रिपोर्ट के आधार पर केंद्र सरकार यहां अन्वेषण और खनन के लिए निजी कंपनियों के प्रस्तावों पर विचार कर रही है।
बहुमूल्य खनिजों की खोज और संभावित क्षेत्रों में सर्वेक्षण कार्य
विभाग की रिपोर्ट के अनुसार अजमेर के हनोतिया में 1.463 मिलियन टन तांबा है, यहां तांबे का ग्रेड 1.48 प्रतिशत है। सावर में 2.37 मिलियन टन है, यहां तांबे का ग्रेड 0.7-1 प्रतिशत है। नसीराबाद के निकट मोहनपुरा-फरकिया क्षेत्र में 1.12 मिलियन टन तांबे का भंडार है, यहां इसका ग्रेड 0.67 प्रतिशत है। जानकारी के अनुसार खान एवं भूविज्ञान विभाग के निदेशक भगवती प्रसाद कलाल ने वीसी के माध्यम से खान एवं भूविज्ञान विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में निर्देश दिए हैं कि बहुमूल्य खनिजों की खोज और संभावित क्षेत्रों में सर्वेक्षण कार्य प्राथमिकता से किया जाए।