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उत्तर प्रदेश में मिलती हैं राजस्थान की लजीज डिश दाल बाटी, स्वाद ऐसा की चाटते रह जाओगे अपनी उंगलिया

राजस्थान का गौरवपूर्ण इतिहास शानदार किलो और लजीज खाने के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। दाल बाटी सबसे लजीज व्यंजन है। यदि आप राजस्थानी खाना पसंद करते हैं तो अब राजस्थान जाने की जरूरत नहीं है।

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Rajasthan's delicious dish Dal Bati is available in Uttar Pradesh, the taste will be such that you will keep licking your fingers.

Saral Kisan - राजस्थान का गौरवपूर्ण इतिहास शानदार किलो और लजीज खाने के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। दाल बाटी सबसे लजीज व्यंजन है। यदि आप राजस्थानी खाना पसंद करते हैं तो अब राजस्थान जाने की जरूरत नहीं है। आप इस राजस्थानी डिश को भी अलीगढ़ के महावीर गंज क्षेत्र में एक 25 साल पुरानी दुकान पर खरीद सकते हैं। राजस्थानी भोजन ने देश भर में अपनी अलग पहचान बना ली है। राजस्थानी डिश दाल बाटी के देवताओं की संख्या लगातार बढ़ रही है।

यदि आप अलीगढ़ जिले में रहते हैं या अक्सर इस क्षेत्र से गुजरते हैं और राजस्थानी डिश दाल बाटी खाने के शौकीन हैं तो यह जानकारी आपके लिए उपयोगी हो सकती है। अलीगढ़ के महावीर गंज इलाके में स्थित दाऊजी दाल बाटी वालों की दुकान आपके लिए एक आकर्षण का केंद्र हो सकती है क्योंकि यहां शुद्ध देसी घी से बनाई गई राजस्थानी डिश दाल बाटी बहुत लोकप्रिय है। इस दुकान से देसी घी की दाल बाटी अलीगढ़ और दूरदराज से आने वाले लोगों की पसंदीदा है. इस दुकान से दाल बाटी दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तराखंड और प्रदेश के कई जिलों में भी भेजी जाती है।

दाल बाटी 

दुकान मालिक तरुण सैनी बताते हैं कि हमारी दुकान दाऊजी वालों की दाल बाटी से प्रसिद्ध है। दुकान 25 वर्ष पुरानी है। यह राजस्थानी डिश है जो हमारी दाल बाटी है। बाहर से आने वाले लोग हमारी दाल बाटी को बहुत पसंद करते हैं। दाल बाटी का कच्चा माल, यानी सभी सामग्री, एक दिन पहले तैयार हो जाती है। दैनिक रूप से 150 बाटी बनाई जाती हैं, जो सुबह 8:00 से दोपहर 3:00 तक बिकती हैं। दो बाटी 70 रुपये की हैं और एक बाटी 40 रुपये की है। यह राजस्थानी डिश अलीगढ़ में एकमात्र है। यही कारण है कि लोग दुर्धरा से अलीगढ़ आते हैं तो हमारी दाल बाटी खाने के लिए जरूर आते हैं। इसके अलावा, हमारी दाल बाटी देश भर के कई शहर और राज्यों में भेज दी जाती है।

इस तरह बनती है स्वादिष्ट दाल बाटी

दाल बाटी बनाने के लिए देसी घी और गेहूं का आटा मिलाया जाता है। इसके बाद इसे अजवाइन और स्वाद के अनुसार गुनगुने पानी में मिलाया जाता है। अब इस गूंथे हुए आटे को ३० मिनट तक रखें। इन्हें बाटी का शेप मिलता है। इनको देसी घी में सेका जाता है। आपकी बाटी इस तरह खाने के लिए पूरी तरह तैयार हो गई है। आप उड़द की दाल या अरहर की दाल को टमाटर और अन्य मसाले के साथ फ्राई कर पारंपरिक डिश का स्वाद ले सकते हैं।

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