राजस्थान में लगेगा कचरा संग्रहण शुल्क, नगद राशि में नहीं होगा भुगतान

Rajasthan News : ग्रेटर नगर निगम पांच जोन के करीब तीन लाख घरों से कचरा संग्रहण शुल्क वसूलने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए टेंडर जारी कर दिया गया है। माना जा रहा है कि 15 अगस्त से पहले टेंडर प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और उसके बाद निगम यूजर चार्ज वसूलना शुरू कर देगा। फिलहाल ग्रेटर निगम के सात जोन में से सिर्फ दो जोन (मुरलीपुरा और मालवीय नगर) में ही कचरा संग्रहण शुल्क लिया जा रहा है। हालांकि इस बार कचरा संग्रहण करने वाली कंपनी की जगह निगम ने अलग से टेंडर जारी किया है। जो भी न्यूनतम सर्विस चार्ज लेगा, उससे निगम यूजर चार्ज वसूलेगा।
ये होगी व्यवस्था
एक ऐप भी बनाया जाएगा, जिसमें लोग यूपीआई, क्रेडिट-डेबिट कार्ड और नेट बैंकिंग के जरिए भुगतान कर सकेंगे।
इस ऐप के जरिए हर महीने बिल इनवॉयस और रसीद मिलेगी। भुगतान की जानकारी एसएमएस के जरिए दी जाएगी।
यूजर चार्ज का भुगतान ऑनलाइन, डिमांड ड्राफ्ट और चेक से ही किया जाएगा। नकद स्वीकार नहीं किया जाएगा। शुल्क निगम के एस्क्रो खाते में जमा किया जाएगा।
यदि कोई व्यक्ति यूजर चार्ज का भुगतान नहीं करता है तो उसकी जानकारी जोन उपायुक्त को देनी होगी। जांच करने के बाद उपायुक्त नोटिस देकर वसूली में सहयोग करेंगे।
ऐसे लिया जाएगा यूजर चार्ज
जगह | चार्ज |
घर | 20 से 150 रुपए |
दुकान, कॉफी हाउस | 250 रुपए |
गेस्ट हाउस | 750 रुपए |
होटल रेस्टोरेंट | 500 से 3000 रुपए |
प्रशिक्षण संस्थान | 700 रुपए |
अस्पताल | 2000 से 4000 रुपए |
विवाह स्थल | 2000 से 5000 रुपए |
बैंक और सरकारी कार्यालय | 700 रुपए |
मौजूदा समय की बात करें तो ग्रेटर नगर निगम हर महीने कचरा संग्रहण पर 7 करोड़ रुपए खर्च करता है। निगम द्वारा तैयार की गई योजना के आधार पर यह पैसा यूजर चार्ज से प्राप्त होगा। गैराज शाखा उपायुक्त अतुल शर्मा ने बताया कि यूजर चार्ज वसूली से संबंधित प्रक्रिया चल रही है। 15 अगस्त तक टेंडर प्रक्रिया पूरी कर लेंगे और उसके बाद टीम यूजर चार्ज वसूलेगी। दो जोन में 3.25 करोड़ रुपए की वसूली: मालवीय नगर और मुरलीपुरा जोन में यूजर चार्ज के रूप में अब तक 3.25 करोड़ रुपए वसूले जा चुके हैं।