राजस्थान में गोवंश के लिए 'आवारा' नही बल्कि सम्मानजनक शब्द का होगा इस्तेमाल, सरकार ने दिया नया नाम
Rajasthan Government : राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) ने गोवंश को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है जिसमें बताया गया है कि गोवंश को आज के बाद आवारा नहीं कहा जाएगा। यह घोषणा पशुपालन और डेयरी मंत्री जोराराम कुमावत ने विधानसभा सत्र के दौरान की है। मंत्री जोराराम कुमावत विधानसभा सत्र के दौरान पशुपालन में मत्स्य विभाग (मांग संख्या-47) की अनुदान मांग पेड़ों की कटाई नहीं होना के दौरान हुई बहस का जवाब दे रहे थे। चर्चा होने के बाद सदन ने पशुपालन में मत्स्य विभाग की 15 पॉइंट 58 अरब रुपए से अधिक राशि की अनुदान मांगे पारित कर दी गई।
आवारा गोवंश के लिए होगा, इस शब्द का प्रयोग
मंत्री जोराराम ने इस बात की घोषणा करते हुए बताया कि राज्य सरकार प्रदेश की बहुमूल्य पशु संपदा के विकास एवं पशुधन उत्पादन को बढ़ाने के लिए पशुपालकों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना चाहिए। इसी के साथ गायों और बैलों के संरक्षण संवर्धन के लिए जनता को काफी लाभ सरकार संवेदनशील रूप से कार्य कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि आवारा गोवंश के लिए आज के बाद 'निराश्रित' शब्द का इस्तेमाल किया जाएगा।
गोवंश के लिए इन योजना पर होगा, काम
इस चर्चा पर बात करते हुए मंत्री जोराराम ने बताया कि राज्य में 250 करोड रुपए की राशि से मुख्यमंत्री पशुपालन विकास कोष का निर्माण किया जाना है। जिसके साथ दुधारू पशुओं के साथ अन्य पशुओं को भी शामिल करते हुए मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना भी शुरू की जाएगी। इसके अलावा पशुपालकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सभी जिलों में पशु मेले भी आयोजित करवाए जाएंगे।