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Rajasthan: पानी प्रदूषित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के वादे पर किसान गेट खोलने को हुए राजी

Pali Rajasthan News : बारिश से पहले नेहड़ा बांध के गेट खोलने पर किसान राजी हो गए हैं। मंगलवार को जल संसाधन विभाग, प्रदूषण नियंत्रण मंडल और नेहड़ा बांध के किसानों की बैठक में सहमति बन गई। बैठक में जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता नानूराम रोत ने कहा कि बांध के गेट नहीं खोलने देना उचित नहीं है। किसानों को कोई समस्या हो तो बताएं, ताकि उच्च अधिकारियों के सहयोग से उसका समाधान कराया जा सके।
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पानी प्रदूषित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के वादे पर किसान गेट खोलने को राजी हुए

Saral Kisan, Pali Rajasthan News : बारिश से पहले नेहड़ा बांध के गेट खोलने पर किसान राजी हो गए हैं। मंगलवार को जल संसाधन विभाग, प्रदूषण नियंत्रण मंडल और नेहड़ा बांध के किसानों की बैठक में सहमति बन गई। बैठक में जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता नानूराम रोत ने कहा कि बांध के गेट नहीं खोलने देना उचित नहीं है। किसानों को कोई समस्या हो तो बताएं, ताकि उच्च अधिकारियों के सहयोग से उसका समाधान कराया जा सके। इस पर किसानों ने कहा कि मुख्य समस्या पाली की फैक्ट्रियों द्वारा बांडी नेहड़ा बांध में छोड़े जा रहे प्रदूषित पानी को लेकर है। इससे बांध का पानी खेती और पशुओं के पीने लायक नहीं रह गया है। इसे रोकने के लिए प्रदूषित पानी नदी में डालने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। 

इस पर प्रदूषण नियंत्रण मंडल के आरओ राहुल शर्मा ने कहा कि प्रदूषित पानी को शत-प्रतिशत रोका नहीं गया है और न ही उसका उपचार किया जा रहा है। जांच में सभी सैंपल भी फेल हो गए हैं। विभाग ने फैक्ट्री मालिकों से जुर्माना भी वसूला है।  इससे भी किसान संतुष्ट नहीं हुए और कहा कि प्रदूषित पानी छोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। एनजीटी की ओर से निर्देश जारी किए गए थे, लेकिन प्रदूषण बोर्ड और प्रशासन ने उनका पालन नहीं किया। बैठक में नाथूदान चारण, नारायण भाई, पुखराज पटेल, वागाराम विश्नोई, पंचाराम विश्नोई, राजाराम विश्नोई, मंशीलाल विश्नोई सहित कई किसान मौजूद थे।

गुजरात की तर्ज पर पानी उपचारित करने का प्रस्ताव

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि बांडी नेहड़ा बांध में बारिश का पानी रोकने के बाद और सिंचाई पूरी होने तक नदी को अस्थायी रूप से रोककर प्रदूषित पानी नेहड़ा बांध में नहीं पहुंचने देने के प्रयास किए गए और सीईटीपी अधिकारियों की कलेक्टर से चर्चा करवाकर किसानों के हित में निर्णय लेने के प्रयास किए जाएंगे।  इस दौरान किसान फगलूराम ने बताया कि गुजरात की तर्ज पर पाली बालोतरा व जोधपुर के पानी को नाला बनाकर समुद्र किनारे ले जाकर शोधित किया जाए तथा फिर समुद्र में छोड़ा जाए। इस पर अधीक्षण अभियंता रोटे ने कहा कि यह सरकार का नीतिगत निर्णय है, इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं है।

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