home page

रेलवे 3 साल में बिछा देगा नई रेल लाइन, 20 सुरंगे, 24 बड़े व 158 छोटे पुल, 32 रोड अंडर ब्रिज

Rail Connectivity : इन दिनों, भारतीय रेलवे रेल कनेक्टिविटी को बढ़ाने पर जोर दे रहा है। इसलिए भारत विश्व का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। डिमापुर-कोहिमा न्यू ब्रॉड गेज रेल लाइन परियोजना अब रेलवे को अरुणाचल प्रदेश, असम और नागालैंड से जोड़ती है।

 | 
Railways will lay new railway line, 20 tunnels, 24 big and 158 small bridges, 32 road under bridges in 3 years.

Indian Railways Rail Connectivity : इन दिनों, भारतीय रेलवे रेल कनेक्टिविटी को बढ़ाने पर जोर दे रहा है। इसलिए भारत विश्व का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। डिमापुर-कोहिमा न्यू ब्रॉड गेज रेल लाइन परियोजना अब रेलवे को अरुणाचल प्रदेश, असम और नागालैंड से जोड़ती है। इसके पहले चरण भी पूरे हो चुके हैं। स्थानीय लोगों और पर्यटकों को नॉर्थ ईस्ट की बढ़ती रेल कनेक्टिविटी का बहुत लाभ मिलता है।

एनएफ रेलवे के सीपीआरओ सब्यसाची डे ने बताया कि दीमापुर-कोहिमा रेल प्रोजेक्ट, जो 82.50 किलोमीटर लंबा है, 6,663 करोड़ रुपये की लागत से शुरू हुआ है। मंगलवार को सब्यसाची डे ने कहा कि परियोजना समय सीमा के भीतर पूरी होने के लिए पूरी तरह से आश्वस्त हैं और निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है। 2026 में पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे नागालैंड की राजधानी कोहिमा को ट्रेन से जोड़ेगा। 

तीन चरणों में डिमापुर-कोहिमा न्यू ब्रॉड गेज रेल लाइन परियोजना विकसित की जा रही है। धनसिरी से शोखुवि तक पहला चरण पिछले अगस्त में पूरा हुआ था। नागालैंड ने 100 साल बाद एक नया रेलवे स्टेशन और रेलवे लाइन प्राप्त किया। 

हाल ही में अरुणाचल प्रदेश में शोखुवी से नाहरलागुन और मेघालय में मेंदीपाथर तक ट्रेन सेवाएं शुरू की गई हैं। डोनी पोलो एक्सप्रेस असम के गुवाहाटी से अरुणाचल प्रदेश के नाहरलागुन तक चली। जो अब शोक में बदल गया है।

दूसरे चरण में शोखुवि से फेरिमा और फेरिमा से जुब्जा तक रेलवे लाइन बनाई जाएगी। दोनों चरणों में भी काफी तेजी से काम हो रहा है। इस परियोजना को 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। भारतीय रेलवे की नई रेल लाइन पर सफर करना बहुत रोमांचक होगा। 

इस मार्ग पर दो दर्जन छोटी-बड़ी सुरंगे देखने को मिलेंगे। 24 बड़े और 156 छोटे पुल हैं। कुल 31 किमी लंबी की 21 सुरंगें भी इसमें हैं। इस परियोजना में सबसे लंबी सुरंग, 6.5 किमी, फेरिमा से पिफेमा के बीच है। 32 रोड अंडर ब्रिज भी देखने योग्य है। रेलवे लाइन में आठ नए स्टेशन जोड़े गए हैं— धनसिरी, शोखुवी, मोलवोम, फेरिमा, पिफेमा, मेंगुजुमा और जुब्जा, जो कोहिमा के पास है.

ये पढ़ें : उत्तर प्रदेश में यहां बनाया जा रहा देश का पहला सोलर एक्सप्रेसवे, लक्ष्य 550 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन

Latest News

Featured

You May Like