राजस्थान के इन जिलों में बनेगा रेलवे बाईपास, जोधपुर से अजमेर की दूरी होगी कम
Rajasthan New Railway Bypass :राजस्थान में मारवाड़ के लोगों को मिली 3.9 किलोमीटर लंबे रेलवे बाईपास की सौगात, इस रेलवे बाईपास का निर्माण करने में खर्च की जाएगी 71.21 करोड रुपए राशि, इस रेलवे बाईपास के बनने से इन दो जिलों के बीच सफर करने में बचेगा आधा घंटा, रेलवे बोर्ड को भी मिलेगा लाभ, इंजन रिवर्स की समस्या होगी खत्म।
Phalodi-Luni-Merta Railway Bypass : राजस्थान में भारतीय रेलवे लगातार अपनी कनेक्टिविटी बढ़ा रहा है, हाल ही में मिली ताजा जानकारी के अनुसार, फलोदी से लूणी और मेड़ता के बीच 3.9 किलोमीटर लंबा रेलवे बाईपास बनाया जाएगा। रेलवे बाईपास बनने के बाद अजमेर से जोधपुर की दूरी कम होने के साथ साथ सफर करने वाले का समय भी बचेगा। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस रेल बाईपास का निर्माण कार्य जल्दी शुरू कर दिया जायेगा।
आने वाले दिनों में मारवाड़ जंक्शन स्टेशन पर इंजन रिवर्स करने की समस्या से छुटकारा मिलेगा। रेलवे ने इस समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए 3.9 किलोमीटर लंबे बाईपास को मंजूरी दी है। बाईपास के निर्माण के लिए रेलवे बोर्ड ने 71.21 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की हैं। इसके बाईपास को बनाने के बाद जोधपुर से अजमेर के बीच ट्रेनों का समय 30 मिनट कम हो जाएगा।
कब होगा काम शुरू
वर्तमान में अजमेर से जोधपुर के बीच चलने वाली ट्रेनों को मारवाड़ जंक्शन पर इंजन रिवर्स करना पड़ता है, जिससे समय की बर्बादी के साथ ही मारवाड़ जंक्शन पर तकनीकी स्टाफ की तैनाती भी होती है। इसे देखते हुए उत्तर पश्चिम रेलवे ने रेलवे बोर्ड को बाईपास का प्रस्ताव भेजा था, जिसे स्वीकार कर लिया गया और रेलवे बोर्ड के गति शक्ति के निदेशक दीपक सिंह ने मारवाड़ जंक्शन पर बाईपास निर्माण के लिए उत्तर पश्चिम रेलवे के जीएम को पत्र भेजा। जोधपुर मंडल में फलौदी, लूणी, मेड़ता रोड पर बाईपास का निर्माण होगा। रेलवे अधिकारियों के अनुसार इस रेल बाईपास का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू हो जाएगा।
जोधपुर मंडल में ट्रेनों की समय पालनता 92.73%
उत्तर पश्चिम रेलवे जोधपुर मंडल का दावा है कि 2023-24 की पहली तिमाही (अप्रैल से जून) में यात्री ट्रेनों की समयपालनता 92.73% रही। उत्तर पश्चिम रेलवे पर ट्रेनों की समयपालनता बनाए रखने में जोधपुर मंडल ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उत्तर पश्चिम रेलवे पूरे भारतीय रेलवे में समय पालनता में दूसरे स्थान पर रहा है।
DRM पंकजकुमार सिंह ने बताया कि जोधपुर मंडल में इस तिमाही में मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों की समयपालनता 91.41 प्रतिशत तथा यात्री ट्रेनों की समयपालनता 96.99 प्रतिशत रही। औसत अनुपालन समय 92.73 प्रतिशत रहा। मंडल ने ट्रेनों के संचालन में देरी के मुख्य कारणों जैसे बिना कारण चेन खींचना, सड़क पर वाहनों के दबाव के कारण फाटक बंद न करना तथा कानून व्यवस्था के कारण अन्य कारणों को दूर करते हुए यह आंकड़ा प्राप्त किया। योजनाबद्ध तरीके से मरम्मत एवं रखरखाव के लिए ब्लॉक लेकर तथा नियमित मॉनिटरिंग कर समयपालन में सफलता प्राप्त की।