Property Investment : प्रॉपर्टी में पैसा लगाकर करना चाहते हैं कमाई, कमर्शियल और रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी में कौन सी है बेस्ट
Real Estate Investment: रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी स्थिर आमदनी, आसान प्रबंधन की वजह से निवेशकों के लिए सुरक्षित विकल्प कहा जा सकता है.आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से.
Saral Kisan News: रियल स्टेट में निवेश करना कई लिहाज से फायदेमंद है क्योंकि यह लंबी अवधि में वित्तीय स्थिरता और कैपिटल एप्रिशिएसन के शानदार मौके उपलब्ध कराता है. रियल एस्टेट निवेशकों के लिए कई बार मुश्किल स्थिति यह आती है कि वह रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी में निवेश करें या कमर्शियल प्रॉपर्टी में. कई बार यह फैसला करना बहुत मुश्किल काम साबित होता है. रियल एस्टेट मार्केट के एक्सपर्ट हालांकि दोनों तरह की प्रॉपर्टी में निवेश करने के अपने फायदे और अपने नुकसान बताते हैं. उनका कहना है कि दोनों प्रोपर्टी के फायदे-नुकसान को दिमाग में रखकर ही निवेश के लिए आगे बढ़ना चाहिए.
आरपीएस ग्रुप के पार्टनर सुरेंद्र गोयल ने कहा, "कमर्शियल या रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी में निवेश का फैसला किसी व्यक्ति और उनके जोखिम लेने की क्षमता पर निर्भर करता है. कमर्शियल प्रॉपर्टी में रेंटल इनकम अधिक होती है जिसकी वजह से यह लंबी अवधि के निवेशकों के लिए अच्छा विकल्प साबित हो सकता है."
रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी में किराएदारों को रखने में आसानी होती है, इसका प्रबंधन आसान है और इसकी मांग लगातार बनी रहती है. इस वजह से रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी में निवेश उन लोगों के लिए बेहतर है जो कम जोखिम के साथ आराम से अपना जीवन बिताना चाहते हैं.
रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी आपके लिए नियमित आय का एक साधन भी हो सकता है, लेकिन अगर रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी में किराएदार तेजी से बदल रहे हैं तो इससे आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है.
मोतिया ग्रुप के डायरेक्टर एलसी मित्तल ने कहा, "हर निवेशक के हिसाब से कमर्शियल और रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी निवेश के पैमाने पर अलग-अलग हो सकती है. कमर्शियल प्रॉपर्टी उन निवेशकों के लिए बेहतर है जिन्हें अधिक रिटर्न चाहिए और जो अपने निवेश में विविधता लाना चाहते हैं. रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प है जो स्थिर आमदनी के साथ लगातार कमाई चाहते हैं. निवेशकों को अपने वित्तीय लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए ही निवेश करने का फैसला करना चाहिए.
गोयल गंगा डेवलपमेंट के निदेशक अनुराग गोयल ने कहा, "कमर्शियल और रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी में निवेश का फैसला आपके निवेश की रणनीति पर निर्भर करता है. कमर्शियल प्रॉपर्टी में नकदी की आवक अधिक रहती है लेकिन इकोनामिक साइकिल में इस विकल्प में आपको ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है. इसके उलट रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी स्थिर आमदनी, आसान प्रबंधन की वजह से निवेशकों के लिए सुरक्षित विकल्प कहा जा सकता है. अगर आप दोनों तरह की प्रॉपर्टी में निवेश करते हैं तो इससे आपका इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो संतुलित बना रहता है.
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