धूप से जलकर पौधे हो गए खराब, अपनाएं कुछ सरल टिप्स बन जाएंगे हरे-भरे
Tips To Revive Your Dying Plants : गर्मी का मौसम यानी दिनभर तेज धूप, ऐसा मौसम जिसमें घर के बगीचे या किचन गार्डन में लगे पेड़-पौधों से हरियाली गायब होने लगती है। कई पौधे मुरझाकर मर जाते हैं। कई बार पेड़ पर न तो फल लगते हैं और न ही फूल। ऐसे में पौधों को हरा-भरा कैसे रखा जाए, यह एक बड़ी समस्या बन जाती है। हरा-भरा बगीचा घर की खूबसूरती में चार चांद लगाता है, लेकिन गर्मी आते ही इनकी हरियाली गायब होने लगती है। कई पौधे गर्मी के कारण सूखकर मर जाते हैं। ऐसे में इस मौसम में सबसे बड़ी समस्या यह होती है कि इन्हें कैसे बचाया जाए। आइए आपको बताते हैं कि इस समस्या से कैसे निपटा जाए।
मौसम के हिसाब से पौधे लगाएं
गर्मियों में केवल वही पौधे लगाएं जो इस मौसम के हों। आप कैक्टस, हर्कस, नींबू, लिली आदि पा सकते हैं। बल्ब आदि लगा सकते हैं। ऐसा कोई पौधा न लगाएं जो इस मौसम में पनप न सके। आपकी मेहनत बेकार जाएगी। पौधों को कभी भी तेज धार में पानी नहीं देना चाहिए। इससे कई बार दीये जल जाते हैं। पौधों को पानी देने का सही समय सुबह 10 बजे से पहले और शाम को 5 बजे के बाद है जब सूरज की रोशनी तेज नहीं होती। ऐसा होता। तेज धूप में पौधे पानी नहीं सोखते।
पौधों के लिए शेड बनाएं
पौधों को गर्मी से बचाने के लिए आप शेड लगा सकते हैं। इससे पौधों तक सीधी धूप नहीं पहुंचेगी और वे तेज धूप से सुरक्षित रहेंगे। इससे पौधे मुरझाएंगे नहीं। शेड लगाते समय ध्यान रखें
सूरज की रोशनी कहां से आ रही है? जिन पौधों को तेज धूप की जरूरत नहीं है उन्हें छाया में रखें। खास तौर पर दोपहर में क्योंकि तेज धूप में पौधों की पत्तियां जल जाती हैं।
मिट्टी के पोषण का ध्यान रखें
मिट्टी के पोषण और नमी का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। आप नारियल के बीज, वर्मी कम्पोस्ट और बगीचे की मिट्टी का मिश्रण बना सकते हैं। मिट्टी में फास्फोरस और नाइट्रोजन युक्त खाद भी मिला सकते हैं। साथ ही कीड़ों को दूर रखने के लिए नीम पाउडर भी मिला सकते हैं।
खरपतवार साफ करें: मौसम कोई भी हो, खरपतवार साफ करना बहुत जरूरी है। ये मिट्टी से नमी तो खत्म करते ही हैं, साथ ही फलों और फूलों की ग्रोथ को भी रोकते हैं। ऐसे में बेहतर होगा कि आप इन्हें हमेशा हटाते रहें। साथ ही, समय-समय पर पौधों में खाद डालते रहें।
ट्रिमिंग और मल्चिंग करना न भूलें
मौसम कोई भी हो, पौधों की समय पर ट्रिमिंग और मल्चिंग जरूरी है। बीमार दिखने वाले पौधों की पत्तियों को काट देना चाहिए। इससे पौधों को पूरा पोषण मिल सकेगा। मल्चिंग से पौधों की सही ग्रोथ होती है। इसरो अटैक को रोकने में मदद करता है। मिट्टी में नमी की मात्रा बनी रहती है।