यूनिवर्सिटी और कॉलेज कैंटीन में नहीं मिलेगा पिज़्ज़ा बर्गर, UGC ने जारी की नई गाइडलाइन
UGC Notice : कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में फास्ट फूड की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश जारी किए गए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) ने फास्ट फूड को लेकर हाल ही में नए निर्देश जारी किए हैं।

UGC guidelines on canteen : यूनिवर्सिटी और कॉलेजों की कैंटीन में फास्ट फूड समेत अनहेल्दी फूड नहीं मिलेगा। कैंटीन में हेल्दी ईटिंग को बढ़ावा दिया जाएगा। उच्च शिक्षण संस्थानों के जिम्मेदार लोगों को कैंटीन में मिलने वाले खाद्य पदार्थों पर नजर रखने की जिम्मेदारी दी गई है। यूजीसी ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) की रिपोर्ट के आधार पर नोटिस जारी किया है। इसमें परिसर में अनहेल्दी खाद्य पदार्थों की बिक्री पर सख्त रोक लगाने और कैंटीन में हेल्दी फूड को बढ़ावा देने की बात कही गई है। मोटापा, शुगर और गैर-संचारी रोगों के प्रसार को रोकने के लिए परिसर में अस्वास्थ्यकर भोजन की बिक्री पर रोक लगाने को कहा गया है।
यूनिवर्सिटी और कॉलेज कैंपस में लग रही जंक फूड की दुकानें
यूनिवर्सिटी के साथ-साथ कई कॉलेजों के कैंपस में जंक फूड की दुकानें लग जाती हैं। चाउमिन, बर्गर और दूसरे अनहेल्दी आइटम खूब बिकते हैं। पिछले दिनों ट्रायल के तौर पर यूनिवर्सिटी कैंपस में कैटनरी खोली गई थी, लेकिन यह ज्यादा दिन नहीं चल सकी। इसी तरह कई कॉलेजों में भी कैंटीन कुछ ही महीनों में बंद हो गई। दूसरी ओर लिट्टी-समोसे की दुकानों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में अब यूनिवर्सिटी से लेकर कॉलेजों तक हेल्दी फूड को बढ़ावा देने की चुनौती होगी। साथ ही चूंकि यह छात्रों के स्वास्थ्य से जुड़ा मुद्दा है, इसलिए इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
मोटापे से ग्रस्त
आईसीएमआर की 2020-23 की रिपोर्ट के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा गया है कि भारत में 4 में से 1 व्यक्ति या तो मोटापे से ग्रस्त है या प्री-डायबिटिक है। यह बीमारी बहुत तेजी से बढ़ रही है, जो चिंताजनक है। इसी आधार पर नेशनल एडवोकेसी इन पब्लिक इंटरेस्ट (एनएपीआई) ने सभी शैक्षणिक संस्थानों में अस्वास्थ्यकर प्रथाओं के खिलाफ अभियान शुरू किया है।
खाद्य पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाने और कैंटीन में स्वस्थ भोजन के विकल्पों को बढ़ावा देने का अनुरोध किया गया है। परिसर में शैक्षणिक माहौल को बेहतर बनाने के साथ ही यूजीसी ने छात्रों के स्वास्थ्य को लेकर दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं।
छात्रों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का सुझाव
बता दे की नवंबर 2016 और अगस्त 2018 में यूजीसी ने छात्रों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का सुझाव दिया था। साथ ही सभी विश्वविद्यालयों को इसके लिए कार्ययोजना तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। अब यूजीसी ने सभी उच्च शिक्षण संस्थानों से कैंपस में अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाने के लिए सख्त नियम लागू करने को कहा है। विश्वविद्यालयों को निर्देश दिया गया है कि वे छात्रों को जंक फूड और बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) आदि के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करें, ताकि स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर युवाओं में जागरूकता बढ़ाई जा सके।