उत्तर प्रदेश इस जिले के लोग खुशी से झूम उठेंगे, बिछेगी 60 किमी की नई रेलवे लाइन
UP News : उत्तर प्रदेश के दो जिलों के बीच 59.30 किलोमीटर नया रेलवे ट्रैक बनाया जाना है. इस रेलवे ट्रैक के लिए काफी लंबे समय से निरंतर मांग चल रही है. साल 2023 में इस रेलवे लाइन को पिक बुक में शामिल किया गया था. इस रेलवे मार्ग के बन जाने के बाद रेल यात्री सिर्फ ₹20 में हरदोई से लेकर गुरसहायगंज तक का सफर कर सकेंगे. मौजूदा समय में उनको इस सफर के लिए 124 रुपए खर्च करने पड़ते हैं.
Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश की कन्नौज जिले में स्थित गुरसहायगंज से होते हुए हरदोई जिले के सांडी तक नई रेलवे लाइन बनने की आस एक बार फिर से जगी है। इस रेलवे लाइन बन जाने के बाद दो जिलों के लोगों को तगड़ा फायदा पहुंचाने वाला है. बता दे की करीब 60 किमी रेल लाइन को लेकर प्रस्तावित लागत 1302 करोड़ रुपये है।
इस रेलवे लाइन के बन जाने के बाद, हरदोई से कानपुर और कन्नौज जाने के लिए लोगों को अन्य विकल्पों की जरूरत नहीं होगी। इस रेलवे लाइन से नगरवासी कानपुर और कन्नौज की यात्रा कर सकेंगे। बता दे की गुरसहायगंज से लेकर हरदोई तक 59.30 किलोमीटर लंबे रेलवे ट्रैक का निर्माण होने के बाद यात्रियों का आवागमन सस्ता और सुगम होने वाला है।
पांच स्टेशन को विकसित किया जाएगा
2023 में भी रेलवे मार्ग को पिंक बुक में शामिल किया गया था, जिसमें पहले चरण के लिए 13,021,300 रुपये की धनराशि दी गई थी। रेलवे इस पर सर्वे कर रहा है। इस बार भी रेलवे मार्ग पिंक बुक में शामिल है। इससे आसपास के लोगों को रेल सेवा का फायदा मिल सकता है। रिपोर्ट में हरदोई स्टेशन सहित गुरसहायगंज तक पांच स्टेशन को विकसित किया जाना है। इसमें गुरसहायगंज और सांडी स्टेशन भी है। रेलगाड़ी चलाने के लिए बरामऊ और कन्नौज के बीच एक पुल बनाया जाएगा।
यात्रियों को आने जाने में होगी सहूलियत
अभी जिले से गुरसहायगंज जाने के लिए कन्नौज या फर्रुखाबाद से होकर निकलना पड़ता है। कन्नौज से जाने में लगभग डेढ़ से दो घंटे लगते हैं। यही नहीं, फर्रुखाबाद जाने में तीन घंटे लगते हैं और यात्रियों को कन्नौज और फर्रुखाबाद से बस बदलनी पड़ती है। रेलवे लाइन बनने से हरपालपुर, सांडी, बिलग्राम, सवायजपुर क्षेत्र के लोगों को सुविधा होगी और कन्नौज से कानपुर और फर्रुखाबाद तक रेलवे नेटवर्क बनाया जाएगा। गुरसहायगंज वाया सांडी हरदोई रेलवे लाइन का सर्वे अंतिम चरण में है। इसके बाद, विभागीय आदेश के अनुसार आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी।