home page

पटना का स्टेडियम बनेगा विश्वस्तरीय, 400 करोड़ खर्च से मिलेगी हाइटेक और आधुनिक सुविधाएं

Bihar News : बिहार के पटना में स्थित मोइनुल हक स्टेडियम के अच्छे दिन अब आने वाले हैं. खस्ता हालत हो चुके इस स्टेडियम का अब काया पलट किया जाएगा. इस स्टेडियम को अब विश्व स्तरीय बनाया जाएगा. जिसमें आधुनिक और हाईटेक सुविधाएं मिलेगी।

 | 
पटना का स्टेडियम बनेगा विश्वस्तरीय, 400 करोड़ खर्च से मिलेगी हाइटेक और आधुनिक सुविधाएं

Bihar Moinul Haq Stadium : पटना शहर के मोइनुलहक स्टेडियम की कमान अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के हाथों में होगी। स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए तैयार करने की जिम्मेदारी उसी की होगी। अगले माह खेल विभाग की ओर से स्टेडियम को बीसीसीआई को सौंपने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किया जाएगा। 

बीसीसीआई को लीज पर देने का निर्णय

अधिकारियों के अनुसार खेल विभाग ने स्टेडियम को लंबी अवधि के लिए बीसीसीआई को लीज पर देने का निर्णय लिया है। इसके लिए जमीन की मापी पूरी कर ली गई है। मोइनुलहक स्टेडियम के प्रबंधक अरुण कुमार सिन्हा ने पटना जिला प्रशासन को जमीन की मापी कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के लिए पत्र दिया था। इसके आलोक में पटना जिला प्रशासन के सदर सीओ ने जमीन की मापी पूरी कर 27 जुलाई को स्टेडियम प्रबंधक अरुण कुमार सिन्हा को नजरी नक्शा के साथ रिपोर्ट उपलब्ध करा दी है। 

स्टेडियम की हालत 

इस स्टेडियम की कुल जमीन 26 एकड़ 80 डिसमिल है। इसमें 25000 दर्शकों के बैठने की क्षमता है।  इस स्टेडियम में कई रणजी मैच के साथ ही एक अंतरराष्ट्रीय मैच का आयोजन हो चुका है। जानकारों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय मैच कराने के लिए मानक स्टेडियम, एयरपोर्ट से स्टेडियम तक चौड़ी सड़कें, स्टेडियम की सुरक्षा, अग्नि सुरक्षा, फाइव स्टार होटल आदि होना चाहिए।

इमारत जर्जर, जगह-जगह प्लास्टर झड़ रहा है

सदर अंचल के सीओ द्वारा स्टेडियम प्रबंधक अरुण कुमार सिन्हा को सौंपी गई रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में स्टेडियम के पश्चिमी भाग में पटना मेट्रो अंडरग्राउंड स्टेशन का निर्माण कार्य चल रहा है। स्टेडियम की कंक्रीट की चारदीवारी के अंदर स्विमिंग पूल, कदमकुआं थाना, मंदिर, सीआरपीएफ वाहन पार्किंग और प्रशासनिक भवन है। यानी खेल के मैदान में खेल के अलावा सबकुछ है। वर्तमान में जो इमारत बनी है, वह काफी जर्जर है। जगह-जगह से प्लास्टर झड़ रहा है। मैदान में बनी दर्शक दीर्घा की स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं है।

1996 का आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 

27 फरवरी 1996 को जिम्बाब्वे और केन्या के बीच अंतरराष्ट्रीय मैच हुआ था।  बिहार के क्रिकेट खिलाड़ी अमीकर दयाल ने कहा कि उस समय मुझे तकनीकी रूप से स्टेडियम तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई थी। एक महीने तक काम चला। तब से अब तक मेंटेनेंस नहीं हुआ है। अभी इसे बीसीसीआई को लीज पर देने की बात चल रही है। ऐसे में लीज पर देने के बाद कमान बीसीसीआई के हाथ में होगी। इसका फायदा बिहार के क्रिकेट खिलाड़ियों को मिलना चाहिए। इसकी गारंटी होनी चाहिए। तभी बिहार को फायदा होगा।

मोइनुल हक स्टेडियम को लॉन्ग टर्म के लिए लीज पर देने के लिए खेल विभाग ओलंपिक के बाद बीसीसीआई के साथ बैठक करेगा। इसके लिए खेल विभाग की टीम मुंबई जाएगी। फिलहाल जमीन की मापी पूरी हो चुकी है। इसका फायदा बिहार के लोगों और बिहार के खिलाड़ियों को मिलेगा। 

Latest News

Featured

You May Like