home page

MP में कोचिंग संचालकों को प्रशासन का एक महीने का अल्टीमेटम, खामियां मिलीं तो होगी बड़ी कार्रवाई

MP News : देश की राजधानी दिल्ली में हुए कोचिंग घटना के बाद मध्य प्रदेश में भी अब प्रशासन सख्त नजर आ रहा है. जिन कोचिंग संस्थानों ने सुरक्षा मानकों का प्रयोग नहीं किया है, अब पुलिस के द्वारा कई कोचिंग संस्थानों के बेसमेंट को सीज कर दिया गया है. कोचिंग संस्थानों को  पुलिस और प्रशासन की तरफ से एक महीने का अल्टीमेटम दिया गया है.

 | 
MP में कोचिंग संचालकों को प्रशासन का एक महीने का अल्टीमेटम, खामियां मिलीं तो होगी बड़ी कार्रवाई

Madhya Pradesh News : एमपी नगर में चल रहे कोचिंग संस्थानों के बेसमेंट अब पूरी तरह से पार्किंग के लिए उपयोग में लाए जाएंगे। बेसमेंट में अब किसी भी तरह की व्यावसायिक गतिविधियां नहीं हो सकेंगी। यह निर्देश एमपी नगर एसडीएम आशुतोष शर्मा ने शनिवार को सभी कोचिंग संस्थानों के संचालकों को दिए हैं। एसडीएम शर्मा की ओर से कहा गया है कि सभी संचालकों को अपने कोचिंग संस्थान का फायर ऑडिट, इलेक्ट्रिकल सेफ्टी ऑडिट और लिफ्ट ऑडिट अनिवार्य रूप से कराना होगा। पूरी कार्रवाई एक माह के भीतर करनी होगी। एक माह बाद संस्थानों का दोबारा निरीक्षण किया जाएगा।

सुरक्षा मानकों में कमी तो होगी कड़ी कार्रवाई 

इस दौरान कोई कमी पाई गई तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।  इस बैठक में एसीपी एमपी नगर अक्षय चौधरी, एसीपी ट्रैफिक मिलन जैन, तहसीलदार एमपी नगर सुनील वर्मा, उपयंत्री विद्युत सुरक्षा प्रिया सिंह, नगर निगम की बिल्डिंग परमिशन शाखा के एई लालजी सिंह चौहान, नगर निगम के अग्निशमन विभाग के स्टेशन इंचार्ज अशहर अली और जोनल अधिकारी शैलेश चौहान आदि मौजूद रहे।

हर फ्लोर पर होंगे कंट्रोलर

कोचिंग संचालकों से कहा गया है कि कोचिंग संस्थान के हर फ्लोर पर एक अधिकारी-कर्मचारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी। उस पूरे फ्लोर पर किसी भी आपातकालीन स्थिति को नियंत्रित करना उनकी जिम्मेदारी होगी। इन कंट्रोलरों का नाम और नंबर हर फ्लोर पर ऐसी जगह लिखा जाएगा जो आसानी से दिखाई दे। इतना ही नहीं, हर छात्र को इनकी जानकारी होनी चाहिए ताकि आपातकालीन स्थिति में किससे संपर्क करना है।

डिस्प्ले पर सुरक्षा मानकों की जानकारी दर्ज करनी होगी

कोचिंग संस्थानों को अपने भवनों में यह भी प्रदर्शित करना होगा कि सुरक्षा के किन मापदंडों का पालन किया जा रहा है। ताकि छात्र और छात्राओं के अभिभावकों को पता रहे कि जिस संस्थान में उनके बच्चे पढ़ने जा रहे हैं, वहां सुरक्षा के क्या इंतजाम किए गए हैं। और उनका बच्चा कितना सुरक्षित है।  गौरतलब है कि दिल्ली में हुए कोचिंग हादसे के बाद जिला प्रशासन एमपी नगर में चल रहे कोचिंग संस्थानों के बेसमेंट में चल रही शैक्षणिक गतिविधियों समेत अन्य उपयोगों पर नकेल कसने की कार्रवाई कर रहा है।

Latest News

Featured

You May Like