एक एक्सप्रेसवे से बदलेगी 4 राज्यों और 10 बड़े शहरों की किस्मत, रेगिस्तान में गाड़ियां जाएंगी तैरती हुई
नई दिल्ली : देश में सड़कों का निर्माण बहुत तेजी से हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार देश के हर बड़े शहर को आपस में जोड़ने पर काम कर रही है और लोगों को उनके बीच जाना आसान बनाने का प्रयास कर रही है।
Saral Kisan, नई दिल्ली : देश में सड़कों का निर्माण बहुत तेजी से हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार देश के हर बड़े शहर को आपस में जोड़ने पर काम कर रही है और लोगों को उनके बीच जाना आसान बनाने का प्रयास कर रही है। पंजाब और गुजरात के बीच एक ऐसा ही एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है। रेगिस् तान के बीच से गुजरने वाले इस एक्सप्रेसवे का निर्माण होने के बाद दोनों राज्यों के बीच की दूरी आधा हो जाएगी।
राष्ट्रिय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अनुसार, अमृतसर, पंजाब से गुजरात के जामनगर के बीच करीब 1,316 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है। काम लगभग पूरा हो चुका है और जल्द ही सेवा के लिए उपलब्ध होगा। रेगिस् तान और हरियाणा के रेतीले क्षेत्रों से गुजरने वाले इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से व्यापारी और आम लोग दोनों को लाभ होगा।
सफर शुरू हो चुका है
साथ ही, अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे का एक बड़ा हिस्सा यातायात के लिए शुरू किया गया है। इस राजमार्ग का करीब 500 किलोमीटर हिस्सा राज्य में है। इसका अंत हनुमानगढ़ जिले के झाखड़ावाली गांव में निकलर जालौर के खेतलावास में होता है। इस ग्रीन कॉरीडोर पर 11,125 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। तैयार होने के बाद राजस्थान और हरियाणा-पंजाब के कई बड़े शहरों में जाना आसान हो गया है।
यात्रा में कितना समय लगेगा?
एक्सप्रेसवे बनने के बाद, अमृतसर से जामनगर की दूरी करीब 1,516 किलोमीटर कम हो जाएगी। इतना ही नहीं, इस दूरी को तय करने में लगभग 26 घंटे लगते हैं। पुल बनने के बाद ट्रैवल का समय 13 घंटे कम हो जाएगा। इस हाइ स्पीड कॉरीडोर पर आप 100 mph तक दौड़ सकेंगे।
गुजरात से सीधे कश्मीर
पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा और गुजरात को सिर्फ अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे से लाभ होगा। साथ ही दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे भी इससे जुड़ा हुआ है। इसके बाद दिल्ली और कश्मीर भी आसानी से पहुँच जाएगा। गुजरात से सीधे कश् मीर पहुंचना आसान होगा।
किन शहरों को लाभ, विशेषता
निर्माणाधीन अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे से चार बड़े राज्यों के अलावा अमृतसर, भठिंडा, मोगा, हनुमानगढ़, सूरतगढ़, बीकानेर, नागौर, जोधपुर, बाड़मेर और जामनगर जैसे अन्य शहर भी लाभ उठाएंगे। इस राजमार्ग पर 5 रेलवे ओवरब्रिज, 20 नदी ओवरब्रिज, 26 इंटरचेंजेज, 55 अंडरपास और 311 छोटे अंडरब्रिज बनाए गए हैं। साथ ही हर 20 से 30 किलोमीटर पर कार चार्जिंग स्टेशन भी हैं।