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अब उत्तर प्रदेश में रोडवेज बसों की बागडोर महिलाओं के हाथों में, ट्रेनिंग की तैयारीयां शुरू

यूपी सरकार महिला चालकों को प्रशिक्षित करेगी, जिससे परिवहन निगम की बसों की कमान महिलाओं को मिलेगी। महिलाओं को कानपुर के मॉडल ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च संस्थान में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद, पाठ्यक्रम में भाग लेने वाली महिलाओं को डिपो में 17 महीने तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान एक मासिक 6000 रुपये का स्टाइपेंड भी मिलेगा। CM योगी आदित्यनाथ ने रामनगरी में मिशन महिला सारथी शुरू किया था।

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Now the reins of roadways buses in Uttar Pradesh are in the hands of women, preparations for training started

दिल्ली: महिलाएं परिवहन निगम की बसों को चलाएंगी। इसके जरिए योगी सरकार भी महिलाओं के स्वावलंबन पर जोर दे रही है। महिला चालकों को प्रशिक्षित करने पर पूरा ध्यान दिया जाता है। शारदीय नवरात्रि में प्रधानमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामनगरी में परिवहन निगम का नेतृत्व महिलाओं को सौंप दिया। उन्हें अधिक मजबूत बनाने के लिए अब बहुत तेजी से काम किया जा रहा है। 8 मार्च 2021 से पहला महिला प्रशिक्षण बैच शुरू हुआ। महिला चालकों को पहले बैच के बाद कानपुर के मॉडल ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च इन्स्टिट्यूट में प्रशिक्षण दिया जाएगा। महिला चालकों को लाइट मोटर व्हीकल ड्राइवर लेवल 3 और कामर्शियल व्हीकल ड्राइवर लेवल 4 दोनों कोर्स का प्रशिक्षण मिलता है। 

प्रशिक्षण की अवधि तीन महीने होगी।

प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य एसपी सिंह ने बताया कि लाइट मोटर व्हीकल ड्राइवर लेवल-3 कोर्स की प्रशिक्षण अवधि 344 घंटे या तीन महीने होगी। ASDCI Delhi, कौशल विकास मिशन द्वारा गठित क्षेत्रीय स्किल काउंसिल, इसके बाद शामिल होगा। परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों को कामर्शियल व्हीकल ड्राइवर लेवल-4 कोर्स में 400 घंटे का प्रशिक्षण मिलेगा, जो चार महीने चलेगा। दोनों पाठ्यक्रमों को पूरा करने के उपरांत डिपो में 17 महीने का प्रशिक्षण होगा।

प्रशिक्षण के दौरान एक मासिक 6000 रुपये का स्टाइपेंड भी मिलेगा। यह कोर्स घर पर चलता है। दोनों पाठ्यक्रमों में अथ्यर्थियों को छात्रावास में रहना चाहिए। रहना, खाना आदि सब कुछ मुफ्त होगा। 24 माह के प्रशिक्षण के उपरांत इन्हें पिंक बस चलाने के लिए डिपो में संविदा चालक के रूप में नियुक्त किया जाएगा। इसके लिए अभ्यर्थी ने पहले कौशल विकास मिशन के तहत किसी संस्थान से प्रशिक्षण नहीं लिया होगा।

दूसरे बैच के लिए 15 पंजीकृत हैं, जबकि 27 आवश्यक हैं

प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य ने बताया कि पहले एक बैच के अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण दिया गया था। दूसरे बैच में 27 लोग प्रशिक्षित होंगे। अब तक पंद्रह पंजीकरण हुए हैं। संस्थान में अभी 12 सीटें प्रशिक्षण के लिए उपलब्ध हैं। यहां पहली बार आने वाली महिलाओं का पंजीकरण होगा। प्रशिक्षण जनवरी 2024 में समाप्त हो जाएगा।

CM ने रामनगर में बेटियों को बसों की बागडोर दी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शारदीय नवरात्रि में मिशन महिला सारथी का आगाज करते हुए रामनगरी अयोध्या में महिला चालकों और परिचालकों के हाथों में बसों की बागडोर दी। 51 बसों को हरी झंडी मिली। इनमें से 18 चालक और परिचालक थीं। महिला चालकों को आगे भी बसों की कमान संभालने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।

कोर्स के लिए यह दस्तावेज होंगे जरूरी

1. शैक्षिक योग्यता न्यूनतम आठ पास
2. आधारकार्ड
3. बैंक पासबुक
4. एक फोटो
5. लम्बाई 5 फुट 3 इंच
6. आयु अधिकतम 34 वर्ष
7. विस्तृत जानकारी राम पाल मौर्य के मोबाइल नं. 9792746532 या फिर एसपी सिंह के मोबाइल नं. 8726005222 पर प्राप्त की जा सकती है।

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